भिवानी, बवानीखेड़ा, लोहारू में 10 एमएम तो बहल में 30 एमएम हुई बारिश


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भिवानी। प्री मानसून की दस्तक के साथ ही बुधवार अल सुबह चार बजे तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। बारिश से पहले तेज हवाओं की वजह से बिजली भी गुल हो गई और कई जगह पेड़ भी टूट गए। बुधवार को भिवानी, बवानीखेड़ा, लोहारू में 10 एमएम तो बहल में 30 एमएम बारिश दर्ज की गई। बारिश से किसानों के चेहरे भी खिल उठे वहीं हवा में भी ठंडक बनी। बारिश के बाद कई जगह फिर जलभराव लोगों के लिए परेशानी बना।
प्री मानसून सक्रिय होने के साथ ही मंगलवार शाम को ही मौसम बिगड़ गया। बुधवार अल सुबह तेज हवाएं चली। जिसकी वजह से शहर के कई हिस्सों में करीब दो घंटे तक बिजली गुल रही। इस दौरान कई हिस्सों में पेड़ भी टूट गए। इतना ही नहीं बारिश के बाद शहर के नीचले इलाकों में जलभराव हो गया। जिसकी वजह से आवागमन में लोगों को खासी परेशानी हुई वहीं जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों की मुश्किलें भी बढ़ गई। कई जगह बरसाती नालों में पानी की निकासी नहीं होने से भी गलियों के अंदर पानी जमा हो गया। शहरवासी दीपक, मनोज कुमार, महेश, रामनिवास, लक्ष्मी, कांता का कहना है कि हर बार बारिश में जलभराव होता है। लेकिन हर बार बरसाती पानी निकासी के दावे ही होते हैं, धरातल पर कोई काम नहीं हुआ। ये तो हल्की बारिश में ऐसे हालात हैं, मानसून में तो दो दिनों तक पानी की निकासी नहीं होती। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि बारिश फसलों के लिए काफी फायदेमंद साबित होगी।
ये हुई जिले में बारिश
भिवानी 10 एमएम
तोशाम 08 एमएम
बवानीखेड़ा 10 एमएम
सिवानी 04 एमएम
लोहारू 10 एमएम
बहल 30 एमएम

भिवानी। प्री मानसून की दस्तक के साथ ही बुधवार अल सुबह चार बजे तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। बारिश से पहले तेज हवाओं की वजह से बिजली भी गुल हो गई और कई जगह पेड़ भी टूट गए। बुधवार को भिवानी, बवानीखेड़ा, लोहारू में 10 एमएम तो बहल में 30 एमएम बारिश दर्ज की गई। बारिश से किसानों के चेहरे भी खिल उठे वहीं हवा में भी ठंडक बनी। बारिश के बाद कई जगह फिर जलभराव लोगों के लिए परेशानी बना।

प्री मानसून सक्रिय होने के साथ ही मंगलवार शाम को ही मौसम बिगड़ गया। बुधवार अल सुबह तेज हवाएं चली। जिसकी वजह से शहर के कई हिस्सों में करीब दो घंटे तक बिजली गुल रही। इस दौरान कई हिस्सों में पेड़ भी टूट गए। इतना ही नहीं बारिश के बाद शहर के नीचले इलाकों में जलभराव हो गया। जिसकी वजह से आवागमन में लोगों को खासी परेशानी हुई वहीं जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों की मुश्किलें भी बढ़ गई। कई जगह बरसाती नालों में पानी की निकासी नहीं होने से भी गलियों के अंदर पानी जमा हो गया। शहरवासी दीपक, मनोज कुमार, महेश, रामनिवास, लक्ष्मी, कांता का कहना है कि हर बार बारिश में जलभराव होता है। लेकिन हर बार बरसाती पानी निकासी के दावे ही होते हैं, धरातल पर कोई काम नहीं हुआ। ये तो हल्की बारिश में ऐसे हालात हैं, मानसून में तो दो दिनों तक पानी की निकासी नहीं होती। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि बारिश फसलों के लिए काफी फायदेमंद साबित होगी।

ये हुई जिले में बारिश

भिवानी 10 एमएम

तोशाम 08 एमएम

बवानीखेड़ा 10 एमएम

सिवानी 04 एमएम

लोहारू 10 एमएम

बहल 30 एमएम

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