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भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि पाकिस्तान के मामले में T का मतलब टैंगो नहीं बल्कि टेररिज्म होता है।
पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने भारत से फिर से बातचीत शुरू करने की इच्छा जताई है। ARY न्यूज के मुताबिक डार ने गुरुवार को दोनों देशों में संबंध सुधारने की अपील करते हुए कहा कि टैंगो (डायलॉग) के लिए दो की जरूरत होती है। उन्होंने दोनों देशों के व्यापारिक रिश्तों को बेहतर बनाने के लिए पॉजिटिव माहौल बनाने की बात कही।
बता दें कि टैंगो आपसी बातचीत का एक तरीका है। इसमें लोग बारी बारी अपनी बात कहते हैं।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को इशाक डार के इस बयान पर जवाब देते हुए कहा कि पाकिस्तान के मामले में T का मतलब टैंगो नहीं बल्कि टेररिज्म होता है। इसके साथ ही उन्होंने अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट की उन रिपोर्ट्स को भी सिरे से खारिज कर दिया है, जिसमें दावा किया गया था कि भारत, 2021 से पाक में करीब आधा दर्जन आतंकियों की हत्या करा चुका है।
जायसवाल ने कहा-
यह अखबार और इसके रिपोर्टर दोनों ही भारत के खिलाफ दुश्मनी भरा रवैया रखते हैं।
हिलेरी क्लिंटन का 14 साल पुराना बयान याद दिलाया
रणधीर जायसवाल ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री का बयान याद दिलाया। जायसवाल ने कहा कि क्लिंटन ने पाकिस्तान को लेकर कहा था कि आप बैकयार्ड (घर का पिछला हिस्सा) में यह सोचकर सांप नहीं पाल सकते कि यह सिर्फ आपके पड़ोसियों को ही काटेगा। कभी न कभी वे सांप उसी पर हमला करेंगे जिसके बैकयार्ड में वे होंगे।
दरअसल 2011 में हिलेरी क्लिंटन ने इस्लामाबाद में तत्कालीन पाकिस्तानी विदेश मंत्री हिना रब्बारी खान के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया था। तब क्लिंटन ने पाकिस्तान से कहा था कि उन्हें अपने देश के लोगों के हित में चरमपंथियों के लिए सुरक्षित पनाहगारों को खत्म कर देना चाहिए।
वीडियो 14 साल पुरानी है। हिलेरी क्लिंटन 2011 में पाकिस्तान के दौरे पर गई थीं।
वॉशिंगटन पोस्ट का दावा- भारत, पाकिस्तान में घुसकर हत्याएं कर रहा
वॉशिंगटन पोस्ट में 31 दिसंबर को एक रिपोर्ट छपी थी। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ने विदेशों में देश के दुश्मनों को मारने के लिए एक ‘असेसिनेशन प्रोग्राम’ शुरू किया है। RAW इसके तहत पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मुहम्मद के आतंकवादियों की हत्या करने में सफल भी हुआ है।
रिपोर्ट में यह कहा गया है कि भारत ने पाकिस्तान में जो हत्याएं कराई हैं, उनमें अफगानिस्तानी लोगों या फिर छोटे अपराधियों की मदद ली गई है। इसमें कभी भी कोई भारतीय नागरिक शामिल नहीं रहा।
2019 से दोनों देशों में व्यापारिक रिश्ते नहीं
भारत ने 2019 में जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 को खत्म कर दिया था। इसके बाद से भारत-पाक के बीच कोई व्यापारिक रिश्ते नहीं है। पाकिस्तान लगातार 370 खत्म करने के खिलाफ विरोध जाहिर करता रहा है।
साल 2022 की विनाशकारी बाढ़ के बाद से पाकिस्तान की इकोनॉमी गंभीर हालत में है। देश कमरतोड़ महंगाई का सामना कर रहा है। राजनीतिक अस्थिरता की वजह से लोगों की परेशानियां बहुत ज्यादा बढ़ गई हैं।
पाकिस्तान सरकार को देश चलाने के लिए लगातार IMF और सहयोगी देशों से कर्ज लेना पड़ रहा है। वहीं भारत से बिजनेस बंद होने की वजह से उसे भारतीय माल दूसरे देशों के रास्ते बुलाना पड़ रहा है।
भारत से व्यापारिक रिश्ते न होने की वजह से पाकिस्तान भारतीय सामान दुबई के रास्ते बुलाया है, जिस वजह से इसकी लागत कई गुना तक बढ़ जाती है।
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भारत ने पाकिस्तान में घुसकर हमला करने और मालदीव में सरकार गिराने वाली वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट्स को सिरे से खारिज कर दिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि यह अखबार और इसके रिपोर्टर दोनों ही भारत के खिलाफ दुश्मनी भरा रवैया रखते हैं। यह खबर भी पढ़ें…
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