in

भारत में होगा अगला AI समिट, मोदी ने खुशी जताई: पेरिस समिट में बोले- तकनीक नौकरियां नहीं लेती, AI से नई नौकरियां पैदा होंगी Today World News

भारत में होगा अगला AI समिट, मोदी ने खुशी जताई:  पेरिस समिट में बोले- तकनीक नौकरियां नहीं लेती, AI से नई नौकरियां पैदा होंगी Today World News

[ad_1]

पेरिस10 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

पीएम मोदी ने AI समिट को संबोधित करते हुए कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में दुनिया बदलने की ताकत है।

PM मोदी के फ्रांस दौरे का मंगलवार को दूसरा दिन है। वे पेरिस में AI समिट में शामिल हुए। उन्होंने अगला AI समिट भारत में होने की जानकारी दी। मोदी ने कहा कि भारत को अगले AI शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने में खुशी होगी।

पेरिस समिट को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि AI इस सदी के लिए मानवता के कोड लिख रहा है। इसमें दुनिया बदलने की ताकत है। यह समाज-सुरक्षा के लिए जरूरी है। यह दिखाता है कि AI का पॉजिटिव पोटेंशियल असाधारण है।

मोदी ने कहा-

QuoteImage

AI लाखों लोगों की जिंदगियां बदल रहा है। वक्त के साथ-साथ रोजगार का स्वरूप भी बदल रहा है। AI से रोजगार के संकट पर ध्यान देना होगा। इतिहास गवाह है कि तकनीक नौकरियां नहीं लेती। AI से नई नौकरियों के अवसर पैदा होंगे।

QuoteImage

मोदी ने कहा कि भारत ने सफलतापूर्वक कम लागत में डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया है। डेटा एम्पावरमेंट के जरिए डेटा की ताकत को अनलॉक किया है। ये विजन भारत के राष्ट्रीय AI मिशन की नींव है। भारत अपने एक्सपीरियंस और एक्सपर्टीज को साझा करने के लिए तैयार है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि भविष्य अच्छा और सभी के लिए हो।

PM मोदी के पेरिस दौरे से जुड़े 5 फुटेज…

AI समिट को संबोधित करते हुए पीएम मोदी।

AI समिट को संबोधित करते हुए पीएम मोदी।

AI समिट में शामिल होने के लिए मैक्रों के साथ मोदी जाते हुए।

AI समिट में शामिल होने के लिए मैक्रों के साथ मोदी जाते हुए।

समिट के दौरान संबोधन से पहले मैक्रों से गले मिलते मोदी।

समिट के दौरान संबोधन से पहले मैक्रों से गले मिलते मोदी।

AI समिट में फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ पीएम मोदी।

AI समिट में फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ पीएम मोदी।

AI समिट में वर्ल्ड लीडर्स के साथ नरेंद्र मोदी (बीच में)।

AI समिट में वर्ल्ड लीडर्स के साथ नरेंद्र मोदी (बीच में)।

PM बोले- समाज को नया आकार दे रहा AI मोदी ने पेरिस समिट की शुरुआत AI को लेकर एक उदाहरण देकर की। उन्होंने कहा- मैं एक सरल उदाहरण देना चाहता हूं। यदि आप अपनी मेडिकल रिपोर्ट किसी एआई ऐप पर अपलोड करते हैं, तो यह सरल भाषा में, आपके स्वास्थ्य के लिए इसका क्या मतलब है, समझा जा सकता है।

उन्होंने कहा, ‘यदि आप उसी ऐप से किसी व्यक्ति का बाएं हाथ से लिखते हुए चित्र बनाने को कहते हैं, तो ऐप सबसे अधिक संभावना किसी व्यक्ति को उसके दाएं हाथ से लिखते हुए दिखाएगा। PM ने कहा कि AI पहले से ही हमारी अर्थव्यवस्था, सुरक्षा और यहां तक ​​कि हमारे समाज को नया आकार दे रहा है। एआई इस सदी में मानवता के लिए कोड लिख रहा है।’

अमेरिकी उपराष्ट्रपति ने चीन पर निशाना साधा अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने समिट में कहा कि कुछ विरोधियों ने लोगों की निगरानी और सेंसरशिप के लिए AI को हथियार बनाया है। लेकिन अमेरिका यह मुमकिन नहीं होने देगा। वे ऐसा करने के सारे रास्ते बंद कर देंगे। जेडी वेंस ने कहा कि ट्रम्प सरकार ये तय करेगी कि अमेरिका दुनिया का सबसे ताकतवर AI सिस्टम तैयार करे।

CEO फोरम में भी शामिल हुए मोदी PM ने पेरिस में 14वें भारत-फ्रांस CEO फोरम में भी हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि यह फोरम भारत-फ्रांस के बेस्ट बिजनेस माइंड्स का ठिकाना है। इस फोरम के जरिए दोनों देशों के रणनीतिक साझेदारी को मजबूती मिलती है।

पीएम ने कहा-

QuoteImage

मैक्रों के साथ इस समिट का हिस्सा बनना खुशी की बात है। पिछले 2 सालों में यह हमारी छठी बैठक है। पिछले साल मैक्रों भारत में गणतंत्र दिवस के चीफ गेस्ट थे। आज हमने एक साथ AI समिट की सह-अध्यक्षता की। मैं इस सफल कार्यक्रम के लिए मैक्रों को बधाई देता हूं।

QuoteImage

मैक्रों के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे मोदी मैक्रों के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे मोदीCEO फोरम बैठक में शामिल होने के बाद मोदी मार्से के लिए रवाना हो गए। यहां पर भारत का वाणिज्य दूतावास खोला जाएगा। इसके बाद वे मैक्रों के साथ द्विपक्षीय बातचीत करेंगे।

मोदी सोमवार रात फ्रांस की राजधानी पेरिस पहुंचे थे, जहां हवाईअड्डे पर भारतीय समुदाय के लोगों ने उनका स्वागत किया। इसके बाद उनका एलिसी पैलेस में रेड कार्पेट वेलकम हुआ। फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों ने मोदी के स्वागत में डिनर का भी आयोजन किया।

भारत ने पहला परमाणु परीक्षण फ्रांस की मदद से किया BBC की एक रिपोर्ट के मुताबिक फ्रांस 1970 के दशक से ही एनर्जी, एयरोस्पेस और डिफेंस सेक्टर में भारत का करीबी सहयोगी रहा है। अमेरिका ने भारत को परमाणु परीक्षण करने के लिए जरूरी सप्लाई करने से इनकार कर दिया था। तब भारत ने फ्रांस की मदद से ही 1974 में अपना पहला परमाणु परीक्षण किया।

परमाणु अप्रसार संधि (NPT) पर दस्तखत न करने की वजह से अमेरिका ने 1978 में भारत को न्यूक्लियर प्लांट के लिए यूरेनियम की आपूर्ति बंद कर दी। रूस से भी भारत को मदद नहीं मिली। ऐसे वक्त में तारापुर न्यूक्लियर प्लांट को चलाने के लिए फ्रांस ने 1982 में भारत को यूरेनियम की सप्लाई की।

इसके बाद साल 1982 में फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांसवा मितरां भारत दौरे पर आए।

इस दौरान फ्रांस-भारत के बीच 200 मिराज प्लेन खरीदने को लेकर डील हुई। यह दोनों देशों के बीच बड़े रक्षा सौदे की शुरुआत थी।

इस दौरान फ्रांस-भारत के बीच 200 मिराज प्लेन खरीदने को लेकर डील हुई। यह दोनों देशों के बीच बड़े रक्षा सौदे की शुरुआत थी।

पश्चिमी देशों के उलट जाकर फ्रांस ने भारत को न्यूक्लियर प्लांट सेटअप करने में मदद की। रूस के बाद फ्रांस इकलौता ऐसा देश है जिसने भारत की न्यूक्लियर कैपेबिलिटी को बढ़ाने में मदद की। इस प्लांट को लेकर दोनों देशों के बीच बातचीत अभी जारी हैं। महाराष्ट्र के जैतपुर में लगा परमाणु प्लांट फ्रांस की मदद से ही मुमकिन हो पाया।

फ्रांसीसी अखबार ला मोंड के मुताबिक जियो-स्ट्रैटजिक के तौर पर भारत 1998 से ही फ्रांस का करीबी रहा है। पोखरण टेस्ट से चार महीने पहले जनवरी 1998 में फ्रांसीसी राष्ट्रपति जैक शिराक भारत आए थे जिसके बाद दोनों देशों ने स्ट्रैटजिक रिलेशन कायम किए।

भारत के टॉप-2 हथियार सप्लायर्स में शामिल फ्रांस फ्रेंच अखबार ला मोंड के मुताबिक फ्रांस ऐसे वक्त में भी भारत का साथ देता आया है जब अमेरिका समेत दुनिया की तमाम बड़ी शक्तियों ने भारत का साथ छोड़ दिया था। पोखरण में परमाणु टेस्ट के बाद अमेरिका, जापान, जर्मनी और ब्रिटेन जैसे देशों ने भारत पर कई प्रतिबंध लगा दिए, लेकिन फ्रांस ने भारत का समर्थन किया।

फ्रांस ने अमेरिकी प्रतिबंधों की अनदेखी करते हुए भारत को हथियार बेचना शुरू किया और अब वो रूस के बाद भारत का दूसरा सबसे बड़ा रक्षा हथियार आपूर्तिकर्ता बन गया है। भारत को फ्रांस से मिराज 2000 फाइटर जेट, राफेल फाइटर जेट और स्कॉर्पीन पनडुब्बी मिल चुकी है।

फ्रांस ने इंटरनेशनल फोरम पर हमेशा भारत को सपोर्ट किया सितंबर 2023 में हुई G20 समिट के दौरान PM मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को 2024 के गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने का न्योता दिया था, लेकिन दिसंबर में उन्होंने भारत आने से इनकार कर दिया। ऐसे वक्त में भारत ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को गणतंत्र दिवस में शामिल होने का न्योता भेजा। उन्होंने इसे तुरंत स्वीकार भी कर लिया।

अंतरराष्ट्रीय मंचों पर फ्रांस ने भारत का हमेशा समर्थन किया है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने सितंबर 2024 में संयुक्त राष्ट्र में भारत को सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य बनाने की मांग की थी। इसके अलावा फ्रांस, न्यूक्लियर सप्लाई ग्रुप (NSG) में भी भारत को सदस्य बनाने का पक्षधर है।

…………………………………………

PM मोदी के फ्रांस दौरे से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें…

PM मोदी सातवीं बार फ्रांस पहुंचे:कल AI समिट में शामिल होंगे, भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि भी देंगे; 2 दिन बाद अमेरिका रवाना होंगे

PM मोदी सोमवार रात फ्रांस की राजधानी पेरिस पहुंचे। प्रधानमंत्री के सम्मान में फ्रांस सरकार ने 10 फरवरी को मशहूर एलिसी पैलेस में VVIP डिनर का आयोजन किया। इसमें फ्रेंच प्रेसिडेंट मैक्रों समेत कुछ और देशों के नेता मौजूद रहे। पूरी खबर यहां पढ़ें…

खबरें और भी हैं…

[ad_2]
भारत में होगा अगला AI समिट, मोदी ने खुशी जताई: पेरिस समिट में बोले- तकनीक नौकरियां नहीं लेती, AI से नई नौकरियां पैदा होंगी

पाकिस्तान में सांसदों ने डबल करवाई अपनी सैलरी, जानें अब कितना मिलेगा वेतन – India TV Hindi Today World News

पाकिस्तान में सांसदों ने डबल करवाई अपनी सैलरी, जानें अब कितना मिलेगा वेतन – India TV Hindi Today World News

​Perilous path: on Bangladesh and its interim government   Politics & News

​Perilous path: on Bangladesh and its interim government Politics & News