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पाकिस्तान में चलाया जा रहा पोलियो उन्मूलन अभियान।
इस्लामाबाद: जिस वायरस को भारत ने हरा कर वापस भेज दिया और जिस वायरस ने भारत आने से दशकों पहले तौबा कर लिया…अब वही वायरस पाकिस्तानियों को लूला, लंगड़ा और अपाहिज बना रहा है। हम बात पोलियो वायरस की कर रहे हैं, जिसे भारत ने पूरी तरह मुक्ति पा ली है। पाकिस्तानी अधिकारियों ने सिंध और पंजाब प्रांतों में पोलियो वायरस से संक्रमण के एक-एक नए मामलों की पुष्टि की है, जिससे इस बीमारी के उन्मूलन के देश के प्रयासों को झटका लगा है।
मीडिया में आई खबर में यह जानकारी दी गई। ‘जियो न्यूज’ की खबर के अनुसार, सिंध के कंबर जिले और पंजाब के मंडी बहाउद्दीन जिले से संक्रमण के नए मामले सामने आए हैं, जिससे इस साल देश में पोलियो वायरस से संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (एनआईएच) में पोलियो उन्मूलन के लिए क्षेत्रीय संदर्भ प्रयोगशाला के अनुसार, सिंध में अपंग बनाने वाली बीमारी का यह तीसरा और पंजाब में पहला मामला है।

2024 में मिले थे 74 मरीज
पाकिस्तान में पिछले साल पोलियो के कुल 74 मामले सामने आए थे। इनमें से 27 बलूचिस्तान से, 22 खैबर पख्तूनख्वा से, 23 सिंध से और पंजाब और इस्लामाबाद से एक-एक मामले सामने आए थे। पोलियो एक लकवाग्रस्त बनाने वाली बीमारी है जिसका कोई इलाज नहीं है और केवल मौखिक पोलियो रोधी टीके की कई खुराक और पांच साल से कम उम्र के सभी बच्चों के लिए नियमित टीकाकरण कार्यक्रम पूरा करने से बच्चों को इस भयानक बीमारी के खिलाफ उच्च प्रतिरक्षा प्रदान की जा सकती है। पाकिस्तान अपने पोलियो रोधी टीकाकरण कार्यक्रम के माध्यम से वर्ष में कई बार सामूहिक टीकाकरण अभियान चलाता है, जिससे बच्चों को घर घर जाकर उनका टीकाकरण किया जा सके, जबकि विस्तारित टीकाकरण कार्यक्रम (ईपीआई) स्वास्थ्य सुविधाओं पर 12 बाल रोगों के विरुद्ध निःशुल्क टीकाकरण प्रदान करता है।(भाषा)

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भारत ने हराया तो पाकिस्तान के पीछे पड़ गया ये खतरनाक वायरस, लगातार बढ़ रहे मरीज – India TV Hindi