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कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी के लिए अहमदाबाद में स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स तैयार हो रहा है।
भारत ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 की मेजबानी के लिए आधिकारिक तौर पर बोली लगा दी है। शुक्रवार को लंदन में गुजरात सरकार के खेल मंत्री हर्ष सांघवी ने इस प्रस्ताव को कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स के सामने पेश किया। उन्होंने बताया कि अहमदाबाद को मेजबान शहर के रूप में चुना गया है। खास बात यह है कि 2030 में कॉमनवेल्थ गेम्स की 100वीं एनिवर्सरी भी होगी।
इस मौके पर हर्ष सांघवी ने कहा,
29 अगस्त को यह बोली इसलिए पेश की गई क्योंकि इस दिन भारत में राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है। यह दिन हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती के रूप में पूरे देश में खेलों के सम्मान में मनाया जाता है।

उन्होंने आगे कहा, अहमदाबाद कॉम्पैक्ट सिटी मॉडल पर गेम्स की मेजबानी करेगा, यानी खेल स्थलों, ट्रेनिंग सुविधाओं और खिलाड़ियों की रहने की व्यवस्था सब एक-दूसरे के नजदीक होगी। इससे खिलाड़ियों, अधिकारियों और दर्शकों को बेहतर अनुभव मिलेगा।
भारत का विजन वसुधैव कुटुंबकम हर्ष सांघवी बोले-
भारत का विजन वसुधैव कुटुंबकम और अतिथि देवो भव है। खेलों के आयोजन में पर्यावरण संरक्षण,और मानवाधिकारों की सुरक्षा पर खास जोर रहेगा।

इस मौके पर ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोरईस्वामी ने कहा, यह बोली भारत को एक प्रमुख खेल राष्ट्र के रूप बनाने में मजबूत करेगी। उनके मुताबिक, बड़े खेल आयोजन केवल खिलाड़ियों के लिए ही नहीं, बल्कि बुनियादी ढांचे के विकास और अंतरराष्ट्रीय सहयोग के लिए भी अहम भूमिका निभाते हैं।
27 अगस्त को कैबिनट ने मंजूरी दी थी बुधवार को केंद्रीय कैबिनेट ने कॉमनवेल्थ बिडिंग प्रपोजल को मंजूरी दे दी थी। इससे पहले 14 अगस्त को भारतीय ओलिंपिक एसोसिएशन (IOA) ने इसे मंजूरी दी थी। नवंबर के आखिर में यह फैसला होगा कि भारत को मेजबानी मिलेगी या नहीं।
कनाडा के रेस से बाहर हो जाने के बाद भारत के लिए 2030 कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी पाने की संभावनाएं बढ़ गई हैं। पिछले महीने कॉमनवेल्थ स्पोर्ट के डायरेक्टर डैरेन हॉल की लीडरशिप में एक टीम ने अहमदाबाद में मौजूद आयोजन स्थलों का दौरा किया था।
साथ ही गुजरात सरकार के अधिकारियों के साथ मीटिंग भी की थी। कॉमनवेल्थ स्पोर्ट वह संस्था है जो किसी देश को मेजबानी देने का फैसला करती है।

भारत 2010 में दिल्ली में कॉमनवेल्थ गेम्स का आयोजन कर चुका है।
कॉमनवेल्थ गेम्स बिडिंग प्रोसेस के लिए 5 स्टेप्स
- गेम्स होस्ट करने को इच्छुक शहर (देश) को कॉमनवेल्थ स्पोर्ट के पास आवेदन करना होता है।
- इसके बाद उस देश की नेशनल ओलिंपिक कमेटी प्रस्ताव को मंजूरी देती है।
- देश की सरकार से मंजूरी मिलने के बाद फाइनल बिडिंग करनी होती है।
- कॉमनवेल्थ स्पोर्ट के अधिकारी होस्ट सिटी और वेन्यू का इंस्पेक्शन करते हैं।
- सभी दावेदार शहरों का इंस्पेक्शन करने के बाद कॉमनवेल्थ स्पोर्ट की जनरल असेंबली फाइनल होस्ट का नाम घोषित करती है।
पिछले साल 2036 ओलिंपिक के लिए दावेदारी की थी भारत 2036 ओलिंपिक गेम्स की मेजबानी की तैयारी भी कर रहा है। पिछले साल नवंबर में भारत ने इसकी मेजबानी हासिल करने के लिए दावेदारी पेश की थी।
2032 तक के ओलिंपिक मेजबान तय हो चुके हैं। 2032 की मेजबानी ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन शहर को दी गई है। जबकि 2028 के ओलिंपिक लॉस एंजिलिस में होने हैं।
2 एशियन गेम्स भी करा चुका है भारत भारत अब तक 3 मल्टी स्पोर्ट्स गेम्स की मेजबानी कर चुका है। इनमें 1951 और 1982 के एशियन गेम्स और 2010 के कॉमनवेल्थ गेम्स शामिल हैं। 2010 में दिल्ली में कॉमनवेल्थ गेम्स हुए थे।

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