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रतिया। पार्श्व पद्मावती शक्ति धाम में श्रीराम कथा के दूसरे दिन आचार्य महेश कृष्ण महाराज ने कहा कि प्राण जाए पर वचन न जाए। इसी वचन पर चलते हुए भगवान श्रीरामचंद्र ने 14 वर्ष के वनवास को हंसते-हंसते स्वीकार कर लिया था।
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भगवान श्रीराम के आदर्शों को अपनाएं : कथावाचक Haryana Circle News


