पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान।
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पराली को लेकर केंद्र और पंजाब सरकार के बीच चल रही सियासत के बीच मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्र पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे मसले हल नहीं होंगे। एसी कमरे में बैठ के पंजाब के किसानों पर आरोप लगाए जा रहे हैं। केंद्र सरकार के मन में पंजाब के किसानों को लेकर बहुत ज्यादा नफरत है। दरअसल, किसानों ने आंदोलन कर केंद्र सरकार का घमंड तोड़ा है, इसलिए केंद्र सरकार चाहती ही नहीं कि पंजाब के किसान ऊपर उठें। हम इस बात का सख्त विरोध करते हैं।
एक वीडियो संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत के प्रदूषित 32 शहरों में पंजाब के सिर्फ तीन शहर हैं। इसके बावजूद भाजपा और केंद्र सरकार ने पर्यावरण प्रदूषण के लिए राज्य के मेहनती किसानों को बदनाम करने की मुहिम शुरू की हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह हास्यास्पद है कि अनाज उत्पादन में देश को आत्मनिर्भर बनाने वाले पंजाब के किसानों को पराली जलाने के लिए दोषी ठहराया जा रहा है।
वहीं भाजपा ने हवा की गुणवत्ता सूचकांक में घटिया कारगुजारी दिखाने वाले अन्य राज्यों पर आंखें मूंद ली हैं। हवा की गुणवत्ता के मामले में खराब कारगुजारी वाले अन्य शहरों जिनमें फरीदाबाद, मानेसर, गुरुग्राम, सोनीपत, ग्वालियर, इंदौर शामिल हैं। इनके बारे में भाजपा की चुप्पी सवाल खड़े करती है क्योंकि यह शहर भाजपा के शासन वाले राज्यों से संबंधित हैं।
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