[ad_1]
ढाका: शेख हसीना जब बांग्लादेश की प्रधानमंत्री थीं तब भी हिंसा हो रही थी और अब जब वो देश छोड़ चुकी हैं तो भी बांग्लादेश हिंसा की आग में जल रहा है। इस बीच बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने देशभर में तोड़फोड़ और आगजनी की हुई घटनाओं पर चिंता जताई है। इससे पहले अंतरिम सरकार ने अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के भाषण को भड़काऊ करार देते हुए हिंसा भड़काने के लिए जिम्मेदार ठहराया था।
‘सरकार हिंसक गतिविधियों को रोकेगी’
बांग्लादेश में हुई हिंसक घटनाओं को लेकर अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस की प्रेस शाखा ने नया बयान जारी किया है। अंतरिम सरकार इस बात पर गहरी चिंता जताई है कि कुछ लोग और समूह पूरे देश में विभिन्न संस्थानों और प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ और आग लगाने की कोशिश कर रहे हैं। बयान में कहा गया है, ‘‘सरकार ऐसी गतिविधियों को सख्ती से रोकेगी। अंतरिम सरकार नागरिकों के जीवन और संपत्ति की रक्षा के लिए चाक चौबंद है।’’
बांग्लादेश में प्रदर्शनकारियों ने मचाया उत्पात
सरकार ने पहले हसीना को बताया था जम्मेदार
मुख्य सलाहकार यूनुस की प्रेस शाखा ने यह बयान अंतरिम सरकार की ओर से यह कहे जाने के कुछ घंटों बाद जारी किया कि बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान के 32 धानमंडी आवास को ध्वस्त करना अवांछनीय था, लेकिन ऐसा अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के भारत से दिए गए भड़काऊ भाषण के कारण हुआ। सरकार ने हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी दंडात्मक कार्रवाई करने की बात भी कही है।
शेख हसीना ने क्या कहा?
बता दें कि, शेख हसीना ने अपने संबोधन में कहा था, “वो एक इमारत को ध्वस्त कर सकते हैं, लेकिन इतिहास को नहीं बल्कि उन्हें यह भी याद रखना चाहिए कि इतिहास अपना बदला लेता है।” बांग्लादेश में प्रदर्शनकारियों ने हसीना की अवामी लीग पार्टी के कई नेताओं के घरों में तोड़फोड़ की है और देश के संस्थापक नेता शेख मुजीबुर रहमान के ढाका स्थित स्मारक में तोड़फोड़ के साथ ही उनके भित्ती चित्रों को नुकसान पहुंचाया है। कई स्थानों पर आगजनी भी की गई है। (भाषा)
यह भी पढ़ें:
महंगाई के दौर में कौन चुरा ले गया एक लाख अंडे? 4 दिन बाद भी अमेरिकी पुलिस के हाथ खाली
[ad_2]
बांग्लादेश में हुई हिंसा पर अंतरिम सरकार ने बहाए घड़ियाली आंसू! जानिए कहा क्या है – India TV Hindi