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यह स्कूल एनआईटी के अलग-अलग हिस्सों से आने वाली छात्राओं के लिए शिक्षा का प्रमुख केंद्र है. लंबे समय से यहां कमरों की भारी कमी थी, जिस वजह से कई कक्षाएं और परीक्षाएं बरामदे में ही करानी पड़ती थीं. बीते साल कुछ जर्जर कमरे गिरा दिए गए, जिससे स्थिति और खराब हो गई. फिलहाल, बच्चों के बैठने के लिए अस्थायी रूप से टीन शेड वाला बरामदा बनाया गया है, जहां पढ़ाई जारी है.
Local18 से बातचीत में स्कूल के प्रिंसिपल राजेंद्र कुमार अग्रवाल ने बताया कि वह 2022 से यहां कार्यरत हैं. उनके मुताबिक, बच्चों के लिए नए कमरे बनाने का बजट 2024 में पास हो गया था, लेकिन प्रक्रिया में देरी की वजह से निर्माण कार्य अब जाकर जुलाई में शुरू हो सका. उन्होंने बताया, “1 जुलाई से काम शुरू हो गया है. दो दिन पहले से नींव की खुदाई चल रही है. जैसे ही ये बिल्डिंग बनेगी, हमारे बच्चों को बैठने और पढ़ाई की बेहतरीन सुविधा मिलेगी.”
फिलहाल इस स्कूल में 6वीं से 12वीं कक्षा तक की 1000 से ज्यादा छात्राएं पढ़ाई कर रही हैं. कमरों की कमी के बावजूद किसी तरह अरेंजमेंट करके पढ़ाई जारी थी, लेकिन अब नई बिल्डिंग को लेकर छात्राओं और स्टाफ में उत्साह है.
Local18 से बात करते हुए छात्राओं ने भी अपनी राय जाहिर की. खुशबू, जो डबुआ कॉलोनी से आती हैं और 12वीं कक्षा की छात्रा हैं, ने कहा, “मैं 11वीं में इस स्कूल में आई थी. यहां पढ़ाई का माहौल बहुत अच्छा है. हमें प्रैक्टिकल डे और अलग-अलग एक्टिविटीज कराई जाती हैं. इंग्लिश की अंशु मैम बहुत अच्छा पढ़ाती हैं. मैं 12वीं में मेरिट लाने की तैयारी कर रही हूं. 10वीं में मेरे 87% आए थे.”
नेहा कुमारी, संजय कॉलोनी से आने वाली छात्रा ने बताया, “यहां टीचर एक-एक चीज बहुत अच्छे से समझाते हैं. मेरी इंचार्ज बृजेश मैम हैं, वो हमेशा मदद करती हैं.” वहीं, पूनम, जो 11वीं से इस स्कूल में पढ़ रही हैं, ने कहा, “सभी टीचर्स बहुत अच्छा पढ़ाते हैं. नई बिल्डिंग बनने से पढ़ाई का माहौल और बेहतर हो जाएगा.”
अब उम्मीद की जा रही है कि जुलाई 2026 तक यह तीन मंजिला भवन पूरी तरह तैयार हो जाएगा, जिससे छात्राओं को बेहतर शिक्षा और सुविधाएं मिलेंगी.
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