फरीदाबाद: बल्लभगढ़ के ऊंचा गांव के पास स्थित दौलत कॉलोनी में अचानक हालात तनावपूर्ण हो गए हैं. हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण एचएसवीपी की ओर से कॉलोनी में नोटिस चिपकाए गए हैं, जिसमें सात दिनों के भीतर जमीन से संबंधित जरूरी दस्तावेज पेश करने को कहा गया है. नोटिस में साफ लिखा है कि अगर तय समय में कागजात नहीं दिखाए गए, तो एचएसवीपी कार्रवाई शुरू कर देगा. इस खबर के फैलते ही इलाके में डर का माहौल है. यहां रहने वाले लोग कह रहे हैं कि वे पिछले 40-50 साल से यहां बसे हैं और अब अचानक उन्हें घर खाली करने के लिए कहा जा रहा है.
सरकार मुआवजा दें
Local18 से बातचीत में कई स्थानीय लोगों ने अपनी परेशानियां साझा कीं. 80 साल की बुजुर्ग अम्मा अंतों देवी ने कहा मैं यहां 40 साल से रह रही हूं. सरकार ने नोटिस दे दिया है कि मकान तोड़ा जाएगा. हम गरीब लोग हैं टीन की झोपड़ी बनाकर किसी तरह रह रहे हैं. हमें उजाड़ा मत जाए. स्थानीय महिला रेशमटी ने कहा अगर सरकार तोड़ेगी तो हमें जगह के बदले जगह या मुआवजा दे. परिवार में हम चार लोग रहते हैं. मेहनत-मजदूरी करके ये मकान बनाया है. कागजात हमारे पास पूरे हैं और हमें 7 दिन का वक्त दिया गया है.
हमारे पास सभी कागजात हैं मौजूद
कॉलोनी की हीरादेयी बोलीं 40 साल से रह रही हूं. हमारे पास सभी कागजात मौजूद हैं. मेहनत मजदूरी करके घर बनाया है अब कहां जाएंगे? सरकार अगर तोड़ना चाहती है तो हमें मुआवजा दे. 60 पार की कांता देवी ने भी अपनी चिंता जताई बरसात का मौसम है हम कहां जाएंगे? कैसे मेहनत से मकान बनाया अब उजाड़ दिया जाएगा तो कहां जाएं? वहीं पुष्पा ने कहा हम लोग 40-50 साल से यहां रह रहे हैं. पूरा परिवार इसी घर में रहता है.
गरीबों से ही सरकार बनती है
स्थानीय निवासी ओम प्रकाश पंचाल ने बताया कि दौलत कॉलोनी में करीब 500 से 600 मकान हैं. सरकार ने यहां सारी सुविधाएं दी हैं हाउस टैक्स भी लिया है. कॉलोनी, सरकार के किसी काम में रुकावट नहीं डाल रही. यहां सौ फीसदी लोग बसे हुए हैं. मेहनत मजदूरी करके घर बनाए हैं. सरकार को गरीबों को उजाड़ना नहीं चाहिए, क्योंकि गरीबों से ही सरकार बनती है.
कॉलोनी के लोगों की मांग है कि अगर सरकार को जमीन किसी और काम के लिए चाहिए तो पहले उन्हें वैकल्पिक जगह या मुआवजा दिया जाए. सात दिन की समयसीमा नजदीक आते ही लोगों में भय और बेचैनी बढ़ती जा रही है.