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जे सरकार म्हारी सुनाई करे तो हमारा बच्चा वापस आ जै, म्हे बहुत परेशान है। परसों बात हुई, फिर कोई बात नहीं हुई, मुझे विश्वास है मोदी सरकार पै, जरूर बेटे वापस लौटेंगे, ये बात रूस-यूक्रेन सीमा पर फंसे गांव कुम्हारिया के अंकित जांगड़ा की मां सुशीला बार-बार रोते हुए कह रही हैं। मां सुशीला के आंसू नहीं रूक रहे हैं और बार-बार बेटे की वीडियो देख रही है। रिश्तेदार-ग्रामीण हालचाल पूछने के लिए पहुंच रहे हैं। भाई रघुबीर बस ये ही कह रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आस है, वह जरूर प्रयास करेंगे।
गांव कुम्हारिया के अंकित जांगड़ा और विजय कुमार का तीन दिन बाद भी परिवार से संपर्क नहीं हुआ है। परिवार मोबाइल पर मैसेज कर रहा है लेकिन नेटवर्क नहीं आ रहा है। वीरवार रात को अंकित ने अपने भाई रघुबीर के मोबाइल पर वॉइस मैसेज भेजा था कि बचा लो सुबह 5 बजे युद्व में ले जाएंगे। वहीं विजय ने अपने भाई सुनील के पास मैसेज किया था। हालांकि इससे पहले रूस में दोनों के सोशल मीडिया एप डिलीट करवा दी गई थीं। दोनों वीडियो कॉल के जरिए परिवार से संपर्क कर रहे थे और मदद की गुहार लगा रहे थे। दोनों वीडियो में सेना की वर्दी में नजर आ रहे थे।
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