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स्वास्थ्य विभाग ने आंखों के देखभाल को लेकर शुक्रवार से उज्जवल दृष्टि अभियान की शुरूआत की है। अभियान के तहत शुक्रवार को जिले के फतेहाबाद, रतिया, भट्टू, टोहाना के अस्पतालों में मरीजों का चेकअप किया गया और निशुल्क चश्में दिए गए। पहले दिन विभाग की तरफ से एक हजार चश्में बांटे गए है।
विभाग की तरफ से जिले को करीब 5500 चश्में मिले है। चश्में नजदीक के है और 40 साल से ज्यादा उम्र के जिन लोगों के आंखों की नजर कमजोर मिलेगी, उन्हें दिए जाएंगे। इसके अलावा विभाग की टीमें स्कूलों में जाकर बच्चों के आंखों की भी जांच करेगी। स्क्रीनिंग के दौरान जिन बच्चों के आंखों की नजर कमजोर मिलेगी, उसे चश्में विभाग उपलब्ध करवाएगा।
समय से पहले कमजोर हो रही है आंखें
नागरिक अस्पताल के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ.राकेश कसवां ने बताया कि 40 साल की उम्र के बाद मांसपेशियां कमजोर होने के कारण पास की नजर कमजोर होने लगती है लेकिन फिलहाल हालात ये है कि 40 से पहले यानि 37 से 38 साल की उम्र में ही पास की नजर कमजोर हो रही है। जांच के दौरान अगर नजर कमजोर मिलती है तो पहले 1 नंबर का चश्मा लगाया जाता है। इसके बाद नंबर बढना शुरू होता है और 3 नंबर तक पहुंचा जाता है। इसके बाद आंखों में मोतिया बिंद हो जाता है जो ऑपरेशन करवाना पड़ता है। चश्मे का फायदा ये है कि सिर दर्द से छुटकारा मिलता है।
स्वास्थ्य विभाग की तरफ से उज्जवल दृष्टि अभियान की शुरूआत हुई है। इसके तहत 40 साल से जिन लोगों की उम्र ज्यादा है, उनकी आंखों की जांच होगी और चश्में दिए जाएंगे। इसके अलावा विभाग की टीमें स्कूलों में जाकर बच्चों के आंखों की जांच करेंगी। – कुलप्रतिभा, सिविल सर्जन।
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