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Sex During Pregnancy : प्रेग्नेंसी किसी महिला की जिंदगी का सबसे खास और खूबसूरत, लेकिन संवेदनशील समय होता है. इस दौरान मन और शरीर में कई बदलाव आते हैं. इन बदलावों के बीच कई सवाल भी उठते हैं. इनमें से एक बड़ा सवाल है- प्रेग्नेंसी में सेक्स करना चाहिए या नहीं. इस सवाल को लेकर न सिर्फ कपल्स के मन में संकोच होता है, बल्कि समाज में भी कई तरह की गलतफहमियां फैली हुई हैं. आइए जानते हैं इसे लेकर मेडिकल साइंस क्या कहता है और इमोशनल फैक्ट्स क्या हैं…
मेडिकल साइंस क्या कहता है
अगर प्रेग्नेंसी नॉर्मल और बिना किसी कॉम्प्लिकेशन वाली है, तो डॉक्टर्स का मानना है कि सेक्स पूरी तरह से सेफ हो सकता है. बच्चा मां के गर्भ में एमनियोटिक फ्लूइड और मजबूत यूटेरस (Uterus) की परत से सेफ होता है, इसलिए सामान्य तौर पर सेक्स से उसे कोई नुकसान नहीं होता है.
मतलब गर्भ में पल रहा बच्चा मां की कोख, मजबूत मांसपेशियों और एमनियोटिक फ्लूइड की एक परत से अच्छी तरह सुरक्षित रहता है. इसके साथ ही गर्भाशय की गर्दन (Cervix) एक Mucus Plug से सील होती है, जो बैक्टीरिया और इंफेक्शन से सुरक्षा देती है. यानी अगर कोई कॉम्प्लिकेशन नहीं है, तो सेक्स से गर्भ में पल रहे बच्चे को कोई नुकसान नहीं होता है.
प्रेग्नेंसी में सेक्स से कब बचना चाहिए
1. कुछ खास मेडिकल कंडीशन में डॉक्टर सेक्स से बचने की सलाह देते हैं. इनमें से एक प्लेसेंटा प्रीविया (Placenta Previa) होता है, जब प्लेसेंटा गर्भाशय की गर्दन को कवर कर रहा हो.
2. प्रीटर्म लेबर (Preterm Labour) का खतरा यानी अगर पहले भी डिलीवरी समय से पहले हुई हो.
3. अगर गर्भावस्था में बार-बार खून आता हो.
4. एम्नियोटिक फ्लूइड लीक होना यानी पानी का थैला फटना.
5. मल्टीपल प्रेगनेंसी जैसे जुड़वा कंडीशन में रिस्क थोड़ा ज्यादा होता है.
6. पहले का मिसकैरेज या प्रेग्नेंसी में जटिलताएं रही हों.
इमोशनल तौर पर फायदे
अगर महिला को कोई तकलीफ न हो और डॉक्टर ने मना ना किया हो तो पार्टनर के साथ रहने से इमोशनल बॉन्डिंग बढ़ती है. इस समय महिला को पार्टनर की नजदीकी और प्यार की बहुत जरूरत होती है. इससे हार्मोन्स रिलैक्स होते हैं, जिससे स्ट्रेस कम होता है. ऑर्गैज़्म के बाद शरीर और दिमाग रिलैक्स होते हैं. ब्लड सर्कुलेशन सुधरता है, जिससे मां और बच्चे दोनों को फायदा मिलता है.
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किन बातों का ध्यान रखना चाहिए
पोजिशन सावधानी से चुनें. कोई ऐसी पोजिशन न हो जिससे पेट पर दबाव पड़े.
हाइजीन का ख्याल रखें, साफ-सफाई से इंफेक्शन का खतरा कम होता है.
कंडोम का इस्तेमाल करें.
अगर दर्द, ब्लीडिंग या अनकंफर्ट हो तो सेक्स तुरंत रोक दें और डॉक्टर से मिलें.
क्या करें, क्या न करें
डॉक्टर से खुलकर बात करें, संकोच में कोई फैसला न लें.
पार्टनर के साथ संवाद बनाए रखें,जबरदस्ती या गिल्ट फीलिंग से सेक्स न करें.
शारीरिक संकेतों पर ध्यान दें पेट पर दबाव डालने वाली पोजिशन न अपनाएं.
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प्रेग्नेंसी में शारीरिक संबंध बनाना सेफ है या रिस्की? जानें क्या कहता है मेडिकल साइंस