[ad_1]
ऐप पर पढ़ें
महाराष्ट्र में चुनावी शह-मात का खेल जारी है। एनसीपी को दोनों धड़ों में सबसे ज्यादा खींचतान मची हुई है। लोकसभा चुनावों के दौरान शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले के प्रचार का जिम्मा प्रवीण माने के कंधों पर था लेकिन उन्होंने अचानक सुप्रिया सुले का साथ छोड़कर अजित पवार की एनसीपी का दामन थाम लिया था। अब वही माने ने अजित पवार को झटका दे दिया है और शरद पवार की अगुवाई वाली एनसीपी की दामन थामने का ऐलान कर दिया है। सूत्रों ने बताया कि प्रवीण माने शनिवार को पुणे में पार्टी दफ्तर के एक कार्यक्रम में शरद पवार की एनसीपी में वापसी करेंगे।
प्रवीण माने की वापसी से न केवल शरद पवार के प्रतिद्वंद्वी भतीजे और उप मुख्यमंत्री अजित पवार को झटका लगा है बल्कि बीजेपी नेता और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस को भी करारा झटका लगा है क्योंकि फड़णवीस माने के घर पहुंचकर उन्हें मनाने की कोशिश कर चुके हैं। प्रवीण माने इंदापुर जिला परिषद के पूर्व अध्यक्ष और सोनाई उद्योग के निदेशक रहे हैं।
एनसीपी में फूट के बाद अजित पवार के साथ गए कई लोग शरद पवार की पार्टी में फिर से लौटते नजर आ रहे हैं। प्रवीण माने इस कड़ी में ताजा नाम हैं। लोकसभा चुनाव से ऐन पहले प्रवीण माने शरद पवार के गुट से अजित पवार के गुट में शामिल हो गए थे। लोकसभा चुनाव से पहले देवेन्द्र फड़णवीस सीधे इंदापुर आकर प्रवीण माने के घर गए थे। इसके बाद प्रवीण माने अजित पवार की पार्टी में शामिल हो गए थे। अब माने ने दोनों को झटका दे दिया है।
सूत्रों के मुताबिक लोकसभा चुनाव के दौरान ही प्रवीण माने ने सुप्रिया सुले का प्रचार की कमान संभालने के दौरान अपने परिवार के लिए शरद पवार से इंदापुर विधान सभा की उम्मीदवारी का वादा करवाया था लेकिन वह चुनाव से पहले ही पलटी मार बैठे । अब फिर पलटी मारने से इंदापुर बाजार समिति के पूर्व अध्यक्ष अप्पासाहेब जगदाले की दावेदारी खतरे में आ गई है, जो एनसीपी (शरद पवार) की तरफ से दावेदार माने जा रहे थे।
[ad_2]
प्रवीण माने: शरद पवार का वह दांव, जिसमें दो-दो डिप्टी CM खा गए एकसाथ गच्चा; समझें कैसे