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पोटैशियम से खेलते हुए धमाका: 11 वर्षीय बच्चे की मौत, पड़ोसी गंभीर हालत में – रामगढ़ से आया जानलेवा रसायन, प्रशासन पर उठे सवाल
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चंडीगढ़ के दड़वा गैस कॉलोनी में 1 अक्तूबर को हुए पोटैशियम धमाके में झुलसे 11 वर्षीय मारुति ने शनिवार को पीजीआई में दम तोड़ दिया। हादसे में घायल उसका पड़ोसी और दोस्त 15 वर्षीय नाजिम अब भी गंभीर हालत में भर्ती है। इस दर्दनाक घटना से इलाके में मातम और गुस्से का माहौल है।
ऐसे हुआ हादसा
परिजनों के मुताबिक दोनों बच्चे किसी तरह रामगढ़ से पोटैशियम लाकर घर की छत पर पत्थर से रगड़कर पाउडर बना रहे थे। अचानक तेज धमाका हुआ और दोनों बुरी तरह झुलस गए। तुरंत दोनों को पीजीआई ले जाया गया, जहां तीन दिन तक जिंदगी और मौत की जंग लड़ने के बाद मारुति ने दम तोड़ दिया। नाजिम की हालत नाज़ुक बनी हुई है।
पोटैशियम की आसान उपलब्धता पर सवाल
नाजिम के दादा नवाजुद्दीन ने कहा कि त्योहारों के मौके पर पटाखे बनाने के लिए पोटैशियम इलाके में आसानी से मिल जाता है। बच्चों ने भी वहीं से यह खतरनाक पदार्थ हासिल कर लिया। भाजपा नेता शशि शंकर तिवारी ने प्रशासन को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि देशभर में पोटैशियम की बिक्री पर रोक है, लेकिन रामगढ़ में यह खुलेआम बिक रहा है। उन्होंने दुकानदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
पुलिस पर लापरवाही का आरोप
स्थानीय लोगों और परिजनों ने आरोप लगाया कि दरिया चौकी पुलिस ने घटना स्थल का निरीक्षण तो किया, लेकिन अब तक किसी भी दुकानदार या सप्लायर पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। इससे कॉलोनी में लोगों का गुस्सा बढ़ गया है और वे प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
👉 यह हादसा प्रशासन और पुलिस की लापरवाही पर बड़े सवाल खड़े करता है कि आखिरकार इतने खतरनाक रसायन बच्चों तक कैसे पहुंचे।
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