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पेरू में गुरुवार को Gen-Z ने भ्रष्टाचार और पेंशन सुधार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
दक्षिण अमेरिकी देश पेरू में GenZ भ्रष्टाचार को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस प्रदर्शन में गुरुवार को एक युवा की मौत हो गई, जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं, जिनमें 80 पुलिस कर्मी और 10 पत्रकार शामिल हैं।
इसके बाद प्रदर्शन के दौरान GenZ कार्यकर्ताओं के नेतृत्व में हजारों युवाओं ने नए राष्ट्रपति जोस जेरी का इस्तीफा मांगा। हालांकि, राष्ट्रपति जेरी ने इस्तीफा देने से साफ इनकार कर दिया। जेरी 10 अक्टूबर को सत्ता में आए थे, जब संसद ने पुरानी राष्ट्रपति दीना बोलुआर्ते को हटा दिया था।
जेरी पिछले 5 साल में छठे राष्ट्रपति हैं। जेरी ने प्रदर्शनों को लेकर कहा, ‘मेरा दायित्व देश में स्थिरता बनाए रखना है, यही मेरी जिम्मेदारी और प्रतिबद्धता है।’ उन्होंने संसद से अपराध पर नियंत्रण के लिए विशेष अधिकार मांगे हैं।
GenZ ने इस प्रदर्शन के लिए फेमस जापानी एनिमे ‘वन पीस’ के केरेक्टर ‘लूफी’ को अपना रोल मॉडल बनाया है। ये केरेक्टर न्याय के लिए लड़ता है।
प्रदर्शन की फुटेज…

पेरू में गुरुवार को नाराज युवा भ्रष्टाचार के खिलाफ सड़कों पर उतरे।

गुरुवार को प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने आंसू गैस और रबर की गोलियां दागी, जबकि प्रदर्शनकारियों ने पटाखे जलाए।

पेरू में प्रदर्शन के दौरान 100 से ज्यादा लोग घायल हुए।

पुलिस ने युवा प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले छोड़े।

पेरू में युवाओं ने जापानी एनिमे ‘वन पीस’ के केरेक्टर ‘लूफी’ के पोस्टर दिखाए।

प्रदर्शन के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें हुईं।

प्रदर्शनकारियों ने गुरुवार को प्रदर्शन के दौरान आगजनी की।
प्रदर्शन में रैपर की मौत, पुलिस ने गोली मारी
इस प्रदर्शन में 32 साल रैपर और प्रदर्शनकारी एडुआर्डो रूइज की गोली लगने से मौत हुई। इसका एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। वीडियो फुटेज में दिखा कि एक व्यक्ति भीड़ से भागते हुए गोली चलाता है, जिससे रूइज गिर पड़ते हैं। गवाहों ने कहा कि हमलावर एक पुलिसकर्मी था।
प्रदर्शन के दौरान महिलाओं ने ‘जेरी बलात्कारी है’ जैसे नारे लगाए। भीड़ ने आगजनी की, जबकि पुलिस ने आंसू गैस और रबर की गोलियां दागी। पेरू के लोग पिछले कई दशकों से भ्रष्टाचार और नेताओं की नाकामी से परेशान हैं।
एक्सपर्ट ओमर कोरोनेल का कहना है, ‘पेंशन की मांग से शुरू हुआ आंदोलन अब भ्रष्टाचार और असुरक्षा के खिलाफ जनता की नाराजगी बन चुका है।’ प्रदर्शनकारियों ने कहा, ‘विरोध करना अधिकार है, मारना अपराध।’ एक महिला के पोस्टर पर लिखा था, ‘कातिल से बलात्कारी तक, वही गंदगी।’
PM बोले- GenZ लोकतंत्र पर हमला करने वाली गैंग
राष्ट्रपति जेरी ने रूढ़िवादी पूर्व न्यायाधीश एर्नेस्टो अल्वारेज को प्रधानमंत्री नियुक्त किया है। अल्वारेज ने कहा था कि ‘पेरू की GenZ लोकतंत्र पर हमला करने वाली गैंग है।’
जेरी खुद भी विवादों में हैं। उनके खिलाफ एक महिला ने दुष्कर्म का आरोप लगाया था, हालांकि यह मामला अगस्त में बंद कर दिया गया।
वेतन की मांग से शुरू हुआ प्रदर्शन, नाराजगी बढ़ी
यह विरोध 20 सितंबर को युवाओं के बेहतर पेंशन और वेतन की मांग से शुरू हुआ था, लेकिन अब यह भ्रष्टाचार, अपराध और सरकार से बढ़ती नाराजगी का प्रतीक बन गया है।
इसके बाद 27 सितंबर को राजधानी लीमा में हजारों युवाओं ने राष्ट्रपति दीना बोलुआर्ते के खिलाफ नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन किया। बोलुआर्ते की छवि जनता के बीच काफी खराब थी। उनके शासन में साल 2022 में प्रदर्शनों को दबाने की कोशिश की गई थी, जिसमें 50 लोग मारे गए थे।
दरअसल, पेरू में पेंशन सुधार के नियमों में बदलाव किए गए थे, जिससे लोग गुस्साए हुए थे। नए नियम के अनुसार, पेरू में 18 साल से अधिक उम्र के हर व्यक्ति को किसी न किसी पेंशन कंपनी से जुड़ना होगा।
पेंशन योजना में बदलाव
यहां, भ्रष्टाचार, आर्थिक असुरक्षा, बढ़ता अपराध और जवाबदेही की कमी ने युवाओं को नाराज किया है। 2022 में पूर्व राष्ट्रपति पेद्रो कास्तिलो को हटाए जाने और गिरफ्तार किए जाने के बाद, सुरक्षा बलों की कार्रवाई में दर्जनों प्रदर्शनकारियों की मौत हुई थी। इस पर भी सरकार से सवाल किया जा रहा है।
पेरू सरकार ने हाल ही में पेंशन सिस्टम में बदलाव किया है। पहले लोग चाहें तो पेंशन योजना से जुड़ सकते थे, लेकिन यह अनिवार्य नहीं था।
अब सरकार ने नियम बना दिया है कि पेरू में जो भी नागरिक 18 साल की उम्र पूरी कर लेगा, उसे किसी न किसी पेंशन प्रदाता कंपनी/संस्था से जुड़ना होगा। यानी कोई भी वयस्क इस सिस्टम से बाहर नहीं रह सकता।
पेंशन प्रदाता वे निजी या सरकारी संस्थान होते हैं जो लोगों से हर महीने एक तय रकम जमा कराते हैं। रिटायरमेंट या बुढ़ापे में वही पैसा पेंशन के रूप में वापस मिलता है।
पेरू की राष्ट्रीय सांख्यिकी एजेंसी (INEI) के अनुसार, देश की 27% आबादी 18 से 29 साल की उम्र के बीच है। ये युवा इस आंदोलन की रीढ़ हैं।
लोग नाराज क्यों हैं?
- कई लोगों को लगता है कि यह जबरन वसूली जैसी है।
- युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही, ऐसे में वे पेंशन के लिए पैसे कहां से जमा करेंगे?
- पेंशन प्रदाता संस्थाओं में पहले से ही भ्रष्टाचार और पारदर्शिता की कमी की शिकायतें हैं।
- लोग चाहते हैं कि यह उनकी इच्छा पर निर्भर हो, मजबूरी न बने।
- लोगों का कहना है कि सरकार को रोजगार, शिक्षा और सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए, न कि जबरन पेंशन योजना थोपनी चाहिए।
युवाओं का प्रतीक बना वन पीस का केरेक्टर
इस बार के विरोध में पेरू की GenZ यानी 18 से 29 साल के युवा सबसे आगे हैं। वे जापानी कॉमिक्स ‘वन पीस’ के केरेक्टर ‘लूफी’ को अपना प्रतीक बना रहे हैं। प्रदर्शनकारियों के हाथ में खोपड़ी वाली टोपी का निशान देखा जा रहा है, जो लूफी की पहचान है।
एक छात्र नेता लियोनार्डो मुन्योस ने कहा, ‘लूफी जगह-जगह जाकर भ्रष्ट और तानाशाही शासकों से जनता को आजाद कराता है। पेरू में भी वही स्थिति है। अब और खामोश नहीं रहेंगे’
छात्र सैंटियागो जापाटा ने कहा – ‘हम इस बात से थक चुके हैं कि मौत और भ्रष्टाचार को सामान्य बना दिया गया है। हमारी पीढ़ी अब खामोश नहीं बैठेगी। सरकार को जनता से डरना चाहिए, न कि जनता को सरकार से।’
वन पीस जापान की मशहूर कॉमिक्स और ऐनिमे सीरीज है। इसकी कहानी समुद्री डाकुओं (पाइरेट्स) पर आधारित है, जो आजादी, दोस्ती और न्याय के लिए लड़ते हैं। यह सीरीज पूरी दुनिया में युवाओं के बीच बेहद लोकप्रिय है।

GenZ ने प्रदर्शन के लिए जापानी कॉमिक्स ‘वन पीस’ के केरेक्टर ‘लूफी’ के मशहूर निशान खोपड़ी के झंडे लहराए।

लूफी जगह-जगह जाकर भ्रष्ट और तानाशाही शासकों से जनता को आजाद कराता है।
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