पूर्व सैनिक बोले – अग्निपथ युद्ध क्षमता कमजोर करने की नीति


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जींद। अग्निपथ को लेकर राष्ट्रीय पूर्व सैनिक संगठन की बैठक एक होटल में हुई। इसमें पूर्व सैनिकों ने अग्निपथ योजना को देश के लिए कुठाराघाती और देश की युद्ध क्षमता कमजोर करने वाली नीति बताया। पूर्व सैनिकों ने योजना को तत्काल वापस लेने की मांग उठाई।
बैठक में पूर्व सैनिक संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कैप्टन वेदप्रकाश बरसोला और कर्नल डीके भारद्वाज ने कहा कि सेना की वर्षों की संजोई हुई युद्धक्षमता इस योजना से कमजोर हो जाएगी। एक सैनिक अपने प्राणों को कुर्बान करके देश की रक्षा करता है। मां भारती की रक्षा और अपनी रेजिमेंट की आन, बान और शान के लिए वह शेर की तरह दहाड़ता है। अग्निपथ योजना के कारण उसका यह जज्बा कमजोर होगा। एक चपरासी से भी कम 21 हजार रुपये वेतन और चार साल बाद पूर्व सैनिक का स्टेटस लिए वह फिर से बेरोजगार हो जाएगा। इस पूर्व सैनिक को न कैंटीन की सुविधा मिलेगी और न ही मेडिकल की। मात्र छह माह की कच्ची ट्रेनिंग देकर अग्निवीरों को सीमाओं और आतंकवाद क्षेत्र में सेवारत कर दिया जाएगा। उसकी क्षमता परिपूर्ण नहीं होगी, जो बहुत ही खतरनाक साबित होगी। पूर्व सैनिकों ने अग्निपथ योजना को तुरंत वापस लेने की मांग की।
इस मौके पर आजाद मलिक, बलवान सिंह, जयपाल सिंह, मनीराम गौड़, रमेश कौशिक, सतबीर, जय भगवान, सुरेश कुमार, सोहन लाल, हितेश हिंदुस्तान मौजूद रहे। उन्होंने युवाओं से हिंसा का रास्ता न अपनाने की भी अपील की।

जींद। अग्निपथ को लेकर राष्ट्रीय पूर्व सैनिक संगठन की बैठक एक होटल में हुई। इसमें पूर्व सैनिकों ने अग्निपथ योजना को देश के लिए कुठाराघाती और देश की युद्ध क्षमता कमजोर करने वाली नीति बताया। पूर्व सैनिकों ने योजना को तत्काल वापस लेने की मांग उठाई।

बैठक में पूर्व सैनिक संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कैप्टन वेदप्रकाश बरसोला और कर्नल डीके भारद्वाज ने कहा कि सेना की वर्षों की संजोई हुई युद्धक्षमता इस योजना से कमजोर हो जाएगी। एक सैनिक अपने प्राणों को कुर्बान करके देश की रक्षा करता है। मां भारती की रक्षा और अपनी रेजिमेंट की आन, बान और शान के लिए वह शेर की तरह दहाड़ता है। अग्निपथ योजना के कारण उसका यह जज्बा कमजोर होगा। एक चपरासी से भी कम 21 हजार रुपये वेतन और चार साल बाद पूर्व सैनिक का स्टेटस लिए वह फिर से बेरोजगार हो जाएगा। इस पूर्व सैनिक को न कैंटीन की सुविधा मिलेगी और न ही मेडिकल की। मात्र छह माह की कच्ची ट्रेनिंग देकर अग्निवीरों को सीमाओं और आतंकवाद क्षेत्र में सेवारत कर दिया जाएगा। उसकी क्षमता परिपूर्ण नहीं होगी, जो बहुत ही खतरनाक साबित होगी। पूर्व सैनिकों ने अग्निपथ योजना को तुरंत वापस लेने की मांग की।

इस मौके पर आजाद मलिक, बलवान सिंह, जयपाल सिंह, मनीराम गौड़, रमेश कौशिक, सतबीर, जय भगवान, सुरेश कुमार, सोहन लाल, हितेश हिंदुस्तान मौजूद रहे। उन्होंने युवाओं से हिंसा का रास्ता न अपनाने की भी अपील की।

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