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राष्ट्रपति पुतिन ट्रम्प के साथ मीटिंग के बाद अपने डेलिगेशन के साथ बाहर निकलते हुए।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प के बीच अलास्का में यूक्रेन जंग पर करीब 3 घंटे चली मीटिंग खत्म हो गई है। दोनों नेताओं की प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू हो गई है।
यह मीटिंग अलास्का के सबसे बड़े शहर एंकरेज में हुई, जिसमें दोनों देशों का डेलिगेशन मौजूद रहा। हालांकि, इस बातचीत का ब्योरा सार्वजनिक नहीं किया जाएगा।
राष्ट्रपति पुतिन शनिवार को 10 साल बाद अमेरिका पहुंचे। यहां उनका B-2 बॉम्बर से स्वागत किया गया। पुतिन के रेड कार्पेट पर आते ही ट्रम्प ने तालियां बजाई। इससे पहले उन्होंने करीब आधे घंटे प्लेन में बैठकर पुतिन के अलास्का पहुंचने का इंतजार किया।

ट्रम्प-पुतिन के मुलाकात की तस्वीरें…

राष्ट्रपति पुतिन 2015 के बाद पहली बार अमेरिका पहुंचे।

राष्ट्रपति ट्रम्प ने पुतिन की अगवानी की और उनका ताली बजाकर स्वागत किया।

दोनों नेता ‘अलास्का 2025’ लिखे पोडियम पर खड़े हैं और उनके पीछे B2 बॉम्बर प्लेन और अमेरिकी राष्ट्रपति का आधिकारिक प्लेन एयरफोर्स वन खड़ा है।

व्हाइट हाउस में ट्रम्प और पुतिन के मुलाकात की तस्वीर शेयर की। इस तस्वीर पर ‘शांति के लिए’ मैसेज लिखा हुआ है।

मीटिंग से पहले दोनों नेताओं ने अपने डेलिगेशन के साथ तस्वीर खिंचाई।
ट्रम्प-पुतिन की मीटिंग से जुड़े 5 बड़े अपडेट्स
- राष्ट्रपति पुतिन 10 साल बाद अमेरिका पहुंचे। यूक्रेन जंग पर बात करेंगे।
- दोनों नेता एक ही गाड़ी में बैठकर मीटिंग के लिए निकले।
- रूस ने कहा कि पुतिन और ट्रम्प की बैठक 6-7 घंटे चल सकती है।
- यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि सबकुछ अमेरिका के कड़े रुख पर निर्भर।
- रूसी विदेश मंत्री कल अलास्का पहुंचे तो उन्होंने USSR लिखी टी-शर्ट पहनी थी।
ट्रम्प-पुतिन की बातचीत से जुड़ी पल-पल की अपडेट के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए…
लाइव अपडेट्स
2 मिनट पहले
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पुतिन ने सवालों के जवाब देना शुरू किया
राष्ट्रपति पुतिन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत की। आमतौर पर जब कोई अमेरिकी राष्ट्रपति किसी विदेशी नेता की मेजबानी करता है, तो जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत अमेरिकी राष्ट्रपति के बयान से होती है और उसके बाद मेहमान नेता बोलते हैं। लेकिन आज एंकरेज में, प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने की, जबकि राष्ट्रपति ट्रम्प वहीं मौजूद थे।

3 मिनट पहले
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ट्रम्प और पुतिन के बीच यह सातवीं मुलाकात
पुतिन और ट्रम्प के बीच यह सातवीं मुलाकात है। इससे पहले ट्रम्प के पहले कार्यकाल (2017-2021) में दोनों नेता छह बार विदेशों में मिले थे, जिनमें हैम्बर्ग (जर्मनी), दा नांग (वियतनाम), हेलसिंकी (फिनलैंड), ब्यूनस आयर्स (अर्जेंटीना), और ओसाका (जापान) शामिल है।
4 मिनट पहले
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7 साल बाद अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे पुतिन
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को किसी अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में सवालों के जवाब दिए हुए 7 साल हो गए हैं। आखिरी बार ऐसा हेलसिंकी (फिनलैंड) में हुआ था। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रम्प ने 2016 के अमेरिकी चुनाव में दखल के मामले पर अमेरिकी खुफिया एजेंसियों की बजाय पुतिन का पक्ष लिया था।
इसके बाद, 2021 में जब तत्कालीन राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जिनेवा में पुतिन से मुलाकात की, तो उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस अकेले करने का फैसला किया था।
थ्री ऑन थ्री फॉर्मेट में हुई ट्रम्प-पुतिन की बातचीत
अमेरिका और रूसी डेलीगेशन के बीच ‘थ्री ऑन थ्री’ फॉर्मेट में बातचीत हुई। पुतिन के साथ बातचीत में विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और विदेश नीति सलाहकार यूरी उशाकोव थे। जबकि ट्रम्प के साथ विदेश मंत्री मार्को रुबियो और विशेष दूत स्टीव विटकॉफ थे।

10 मिनट पहले
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अमेरिका और रूस के डेलिगेशन के बारे में जानिए…
बैठक में ट्रम्प और पुतिन दोनों अपने-अपने डेलिगेशन के साथ हैं।
रूसी डेलीगेशन
- सर्गेई लावरोव: रूसी विदेश मंत्री। 21 साल से रूस के विदेश मंत्री हैं।
- यूरी उशाकोव: पुतिन के विदेश नीति सलाहकार, पहले अमेरिका में राजदूत थे।
- आंद्रेई बेलौसोव: रक्षा मंत्री। पहले पुतिन के आर्थिक सलाहकार थे।
- एंटोन सिलुआनोव: रूसी वित्त मंत्री। बजट तैयार करते हैं जिसमें 1/3 हिस्सा सेना पर खर्च होता है।
- किरिल दिमित्रीव: विदेशी निवेश पर पुतिन के विशेष दूत, अमेरिका-रूस संबंधों के अहम व्यक्ति।
अमेरिकी डेलीगेशन
- मार्को रुबियो: विदेश मंत्री। सरकार में पुतिन के सबसे बड़े आलोचक माने जाते हैं।
- स्कॉट बेसेंट: वित्त मंत्री। यूक्रेन के साथ खनिज डील में बड़ी भूमिका थी।
- हॉवर्ड लुटनिक: वाणिज्य मंत्री। भारत को रूसी हथियार की खरीद बंद करने को कहा था।
- जॉन रैटक्लिफ: CIA चीफ। मार्च में यूक्रेन के साथ इंटेलिजेंस शेयरिंग रोकी ताकि बातचीत हो सके।
- स्टीव विटकॉफ: ट्रम्प के खास दोस्त और शांति वार्ता के दूत। पुतिन से कई बार मुलाकात कर चुके हैं।
- पीट हेगसेथ: रक्षा मंत्री। कह चुके हैं कि यूक्रेन को अब अपनी जमीन वापस मिलना नामुमकिन है।
- जनरल डैन केन: ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष। रूस को सबसे बड़ा दुश्मन मानते हैं।
नोट- यूक्रेन के लिए ट्रम्प के विशेष दूत, कीथ केलॉग डेलीगेशन में शामिल नहीं हैं।
11 मिनट पहले
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पुतिन 10 साल बाद अमेरिका पहुंचे
रूसी राष्ट्रपति पुतिन 10 साल बाद अमेरिका पहुंचे हैं। एयरपोर्ट पर रेड बिछाकर उनका स्वागत किया गया। ट्रम्प ने उन्हें एयरपोर्ट पर रिसीव किया। इसके बाद पुतिन, ट्रम्प की कार में बैठकर यूक्रेन जंग पर मीटिंग के लिए रवाना हो गए।
पुतिन इससे पहले आखिरी बार 2015 में UN महासभा (UNGC) की बैठक में शामिल होने लिए अमेरिका आए थे। तब यहां उन्होंने तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से बातचीत की थी।
पुतिन और ओबामा की मुलाकात काफी तनावपूर्ण रही थी, क्योंकि ओबामा ने पूर्वी यूक्रेन में चल रहे संघर्ष को लेकर पुतिन की तीखी आलोचना की थी।
11 मिनट पहले
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पुतिन के लिए अलास्का में रेड कार्पेट बिछाया गया
ट्रम्प और पुतिन की मुलाकात के लिए अलास्का के एल्मेंडॉर्फ एयर बेस पर खास इंतजाम किए गए हैं। हवाई अड्डे के रनवे पर रेड कार्पेट बिछाया गया है, जिस पर दोनों नेता चलकर एक मंच तक जाएंगे। इस मंच पर “ALASKA 2025” लिखा हुआ है।
रेड कार्पेट के पास चार F-22 रैप्टर फाइटर जेट खड़े किए गए हैं। ये विमान उन स्क्वाड्रनों का हिस्सा हैं, जिनका काम अमेरिकी हवाई क्षेत्र में घुसने वाले रूसी विमानों को रोकना है।
12 मिनट पहले
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ट्रम्प-पुतिन को खतरे से बचाने के लिए खास इंतजाम
ट्रम्प और पुतिन की मुलाकात के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों नेताओं को किसी भी खतरे या जासूसी से बचाने के लिए खास इंतजाम किए गए हैं।
दोनों देशों के कई सुरक्षा कर्मी और सैनिक एंकरेज पहुंच गए हैं। अमेरिकी सीक्रेट सर्विस इसकी मुख्य जिम्मेदारी संभाल रही है और पुतिन की सुरक्षा टीम के साथ मिलकर काम कर रही है।
शुक्रवार सुबह एक स्पेशल मिलिट्री प्लेन, जिसमें रडार लगा है, एंकरेज के एयरपोर्ट से उड़ा। यह विमान हवा में आने वाले खतरों, जैसे मिसाइल या अन्य विमानों का पता लगा सकता है।
दोनों देशों की टीमें नेताओं को सुरक्षित रखने के लिए साथ काम कर रही हैं, लेकिन जासूसी रोकने के लिए भी सावधानी बरती जा रही है। एक अधिकारी ने बताया कि अमेरिका और रूस की खुफिया एजेंसियों के बीच भरोसा नहीं है।
पुतिन की टीम जासूसी से बचने के लिए ऐसे फोन और कंप्यूटर ला सकती है, जिन्हें बाद में फेंक दिया जाता है।
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पुतिन-ट्रम्प की यूक्रेन जंग पर 3 घंटे बातचीत: दोनों नेताओं की प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू; 10 साल बाद अमेरिका पहुंचे रूसी राष्ट्रपति
