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पीरियड्स में बार-बार पैड बदलने से इंफेक्शन का खतरा कम होता है? जानें हेल्थ एक्सपर्ट की राय Health Updates

पीरियड्स में बार-बार पैड बदलने से इंफेक्शन का खतरा कम होता है? जानें हेल्थ एक्सपर्ट की राय Health Updates

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कई बार ऐसा कहा जाता है कि अगर इंफेक्शन से बचना है तो बार-बार पैड बदलना चाहिए. ये बात बिल्कुल भी सही नहीं. क्योंकि ऐसा कहीं नहीं लिखा है कि बार-बार पैड बदलने से इंफेक्शन का खतरा कम हो जाता है. 4-6 घंटें पर पैड बदलना चाहिए. और अगर इस बीच में भी आप पैड चेंज कर रहे हैं तो यह पूरी तरह से हैवी ब्लीडिंग, फ्लोम कम और पैड कितनी देर में गंदा हो रहा है इस पर निर्भर करता है. ऐसा बिल्कुल नहीं है इसे करने से इंफेक्शन का खतरा कम या ज्यादा हो जाता है. 

एबीपी लाइव हिंदी ने ‘मिथ vs फैक्ट्स’ को लेकर एक सीरिज शुरू किया है. इस सीरिज के जरिए प्रेग्नेंसी को लेकर समाज में जितने भी मिथ है. जिसे लोग सच समझकर फॉलो करते हैं हम उनका लॉजिकल तरीके से जवाब देने की कोशिश करेंगे.

‘मिथ vs फैक्ट्स’ सीरिज में हम ऐसे मुद्दों को उठाते हैं. उसके तह तक जाने की कोशिश करते हैं. जिससे अक्सर बोलचाल की भाषा में लोग इस्तेमाल करते हैं. जैसे हमारे समाज में पीरियड्स को लेकर कई सारी ऐसी बातें है जिसे डॉक्टर मिथ मानती है. इस Myth VS Truth सीरिज के जरिए ऐसी बातों को तथ्य के साथ हम आम जनता के साथ पेश करेंगे. ताकि आप दकियानूसी झूठी बातों के दलदल में न फंसे.

पीरियड्स को लेकर समाज में कई सारे मिथ है

महिलाओं को पीरियड्स के बारे में कई सारी चीजें पता नहीं होती है. इस दौरान साफ-सफाई का ख्याल रखना बेहद जरूरी है. बहुत सारी महिलाओं के मन में यह सवाल उठता है कि पीरियड्स के दौरान कब और कि़तने देर में पेड्स बदलना चाहिए. इस दौरान साफ-सफाई का खास ख्याल रखना चाहिए. इस दौरान क्या-क्या करना चाहिए एक महिला होने के नाते जानना बेहद जरूरी है. 

पीरियड्स में साफ-सफाई का रखें खास ख्याल

पीरियड्स में कितनी देर में बदलें पैड?

पीरियड्स के दौरान साफ-सफाई का खास ख्याल रखना चाहिए. फिर चाहरे हैवी ब्ली़डिंग क्यों नहीं हो रही है. आपको अपने फ्लो के हिसाब से पैड बदलना चाहिए. महिलाओं को हर 4-6 घंटे में पैड बदलना बेहद जरूरी होता है. ऐसा नहीं करने से इंफेक्शन का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है.

‘अमेरिकन कॉलेज ऑफ़ ऑब्सटेट्रिशियन एंड गायनेकोलॉजिस्ट’ (ACOG) कम से कम हर 4 से 8 घंटे में पैड बदलने की सलाह देता है. लेकिन यह एक बहुत ही नॉर्मल लिमिट है. आप कितनी बार अपना पैड बदलते हैं यह पूरी तरह से ब्लड के फ्लो पर निर्भर करता है. साथ ही साथ किस क्वालिटी के पैड का इस्तेमाल करते हैं. क्योंकि अगर अच्छे क्वालिटी के पैड की इस्तेमाल कि जाएगी तो हो सकता है कि तुरंत-तुरंत चेंज न करना पड़ें बल्कि एक लंबे गैप के बाद ही चेंज करना पड़े. 

क्यों एक गैप के बाद पैड चेंज करना हो जाता है जरूरी?
पैड के भर जाने से पहले ही उसे बदल देना चाहिए.आप बाथरूम जाते हैं तो पैड को एक बार चेक जरूर करना चाहिए. अगर आपको गीला और असहज महसूस कर रहे हैं तो पैड चेंज कर लेना चाहिए.
अगर आपको लग रहा है पैड से ब्लड लीक हो रहा है या असुविधा महसूस हो रही है तो बिना समय गवाएं आपको पैड चेंज कर लेना चाहिए.  काफी ज्यादा पसीना और बैक्टीरिया सा बचना है तो पैड चेंज करना चाहिए. अगर आप घंटों तक पैड चेंज नहीं करेंगे तो उसमें से बदबू भी आ सकता है. पैड से होने वाले इंफेक्शन से बचना है तो आपको समय-समय पर पैड को चेक करना चाहिए. और बदलना चाहिए.

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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