पीयू सेंट्रल यूनिवर्सिटी के मुद्दे पर सीएम करें हस्तक्षेप, स्पीकर ने लिखा पत्र


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चंडीगढ़। पंजाब यूनिवर्सिटी को सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनाने के खिलाफ वीरवार को स्पीकर कुलतार सिंह संधवान ने सीएम भगवंत मान को इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करने के लिए पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र में जिक्र किया कि छात्रों की ओर से जायज मांग उठाई गई है, पीयू के सेंट्रलाइजेशन को लेकर चल रही चर्चा पर विचार कर जल्द निर्णय लिया जाए। बता दें बुधवार को पीयू छात्र संगठन सथ ने पंजाब विधानसभा स्पीकर के साथ मुलाकात की थी।
कुलतार सिंह ने सथ की ओर से दी गई अर्जी पत्र भी संलग्न कर सीएम को भेजा है। छात्रों की ओर से पत्र में लिखा गया है कि पंजाब यूनिवर्सिटी के सेंट्रलाइजेशन के साथ इससे मातृभाषा पंजाबी पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी। छात्रों ने अर्जी में लिखा था कि देश में बढ़ता केंद्रीकरण लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए खतरा है। इसके लिए विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने और पीयू को पंजाब की विरासत घोषित करने और उसमें पंजाब के छात्रों और कर्मचारियों का कोटा तय करने का प्रस्ताव पारित करने की अपील की थी। इसके साथ ही छात्रों ने कहा था कि अगर पंजाब विधानसभा ने पंजाब यूनिवर्सिटी के केंद्रीकरण को रोकने के लिए कुछ नहीं किया तो छात्र पंजाब के ग्रामीण इलाकों से संघर्ष की शुरुआत करेंगे।
जिला बार एसोसिएशन मोगा ने भी जताई आपत्ति
जिला बार एसोसिएशन मोगा ने पंजाब यूनिवर्सिटी के सेंट्रलाइजेशन मुद्दे को लेकर अध्यक्ष हरदीप सिंह लोधी की अध्यक्षता में बैठक बुलाई। इस दौरान केंद्र सरकार की ओर से पंजाब यूनिवर्सिटी के सेंट्रलाइजेशन को लेकर चल रही वार्ता की निंदा की गई। इसमें कहा गया कि पंजाब यूनिवर्सिटी पंजाब की धरोहर है। पंजाब के करीब 200 कॉलेज और शिक्षण संस्थान पंजाब यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड है। इससे पंजाब के कॉलेज भी प्रभावित होंगे। चूंकि पीयू मातृ संस्थान है इसलिए इसके बचाव करने के लिए प्रयास किए जाएंगे।

चंडीगढ़। पंजाब यूनिवर्सिटी को सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनाने के खिलाफ वीरवार को स्पीकर कुलतार सिंह संधवान ने सीएम भगवंत मान को इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करने के लिए पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र में जिक्र किया कि छात्रों की ओर से जायज मांग उठाई गई है, पीयू के सेंट्रलाइजेशन को लेकर चल रही चर्चा पर विचार कर जल्द निर्णय लिया जाए। बता दें बुधवार को पीयू छात्र संगठन सथ ने पंजाब विधानसभा स्पीकर के साथ मुलाकात की थी।

कुलतार सिंह ने सथ की ओर से दी गई अर्जी पत्र भी संलग्न कर सीएम को भेजा है। छात्रों की ओर से पत्र में लिखा गया है कि पंजाब यूनिवर्सिटी के सेंट्रलाइजेशन के साथ इससे मातृभाषा पंजाबी पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी। छात्रों ने अर्जी में लिखा था कि देश में बढ़ता केंद्रीकरण लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए खतरा है। इसके लिए विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने और पीयू को पंजाब की विरासत घोषित करने और उसमें पंजाब के छात्रों और कर्मचारियों का कोटा तय करने का प्रस्ताव पारित करने की अपील की थी। इसके साथ ही छात्रों ने कहा था कि अगर पंजाब विधानसभा ने पंजाब यूनिवर्सिटी के केंद्रीकरण को रोकने के लिए कुछ नहीं किया तो छात्र पंजाब के ग्रामीण इलाकों से संघर्ष की शुरुआत करेंगे।

जिला बार एसोसिएशन मोगा ने भी जताई आपत्ति

जिला बार एसोसिएशन मोगा ने पंजाब यूनिवर्सिटी के सेंट्रलाइजेशन मुद्दे को लेकर अध्यक्ष हरदीप सिंह लोधी की अध्यक्षता में बैठक बुलाई। इस दौरान केंद्र सरकार की ओर से पंजाब यूनिवर्सिटी के सेंट्रलाइजेशन को लेकर चल रही वार्ता की निंदा की गई। इसमें कहा गया कि पंजाब यूनिवर्सिटी पंजाब की धरोहर है। पंजाब के करीब 200 कॉलेज और शिक्षण संस्थान पंजाब यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड है। इससे पंजाब के कॉलेज भी प्रभावित होंगे। चूंकि पीयू मातृ संस्थान है इसलिए इसके बचाव करने के लिए प्रयास किए जाएंगे।

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