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पंजाब यूनिवर्सिटी ने एक नया फरमान जारी किया है, जिसको लेकर सभी छात्र संगठन भड़क उठे।
इस फरमान में कहा गया है कि छात्रों को अपनी शिकायतें उठाने के लिए प्रदर्शन, धरना या रैली आयोजित करने से पहले अनिवार्य हलफनामा, एफिडेविट जमा करना होगा और उल्लंघन की स्थिति में छात्रों पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। संगठनों ने कहा कि व्यवस्था बनाए रखने के बहाने लागू यह दमनकारी उपाय छात्रों के बोलने की स्वतंत्रता और एकत्र होने के मूल अधिकारों पर तीखा हमला है। प्रदर्शनों को पुलिस चौकी, स्वास्थ्य केंद्र, डिस्पेंसरी के पास एक निर्धारित क्षेत्र तक सीमित करने और यूनिवर्सिटी प्रशासन से अनुमति लेने की शर्त लगाने से यह नीति असहमति को दर्शाती है। इसके साथ ही शैक्षणिक संस्थानों में पनपने वाली लोकतांत्रिक भावना को कमजोर करती है। इसको लेकर वीसी कार्यालय पर सभी छात्र संगठनों द्वारा प्रदर्शन किया गया।
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पीयू में वीसी कार्यालय के बाहर छात्र संगठनों का प्रदर्शन


