पीयू के सेंट्रलाइजेशन पर रोक का छात्रों ने किया स्वागत, बोले-पंजाब जल्द जारी करे बजट


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चंडीगढ़। पंजाब यूनिवर्सिटी के सेंट्रलाइजेशन के मुद्दे पर बुधवार को राज्यसभा में केंद्र की ओर से इन्कार किए जाने का पीयू छात्रों ने स्वागत किया है। पीयू छात्र संगठनों के सदस्यों का कहना है कि पंजाब यूनिवर्सिटी पंजाब की विरासत है, इसके सेंट्रलाइजेशन से क्षेत्रीय छात्रों का नुकसान होता। केंद्र और पंजाब सरकार दोनों को शिक्षा का बजट बढ़ाना चाहिए। पंजाब को भी अब अपनी जिम्मेदारी लेते हुए पीयू के लिए अपना बनता बजट जल्दी जारी करना चाहिए।
क्या कहते हैं छात्र नेता
विद्यार्थियों के संघर्ष की जीत
केंद्र सरकार की ओर से राज्यसभा में पीयू के सेंट्रलाइजेशन को लेकर किया गया इन्कार विद्यार्थियों के संघर्ष की जीत है। छात्रों ने इसके लिए लंबा संघर्ष किया था। पीयू को पंजाब को दिया जाना चाहिए, यह उसकी विरासत है। साथ ही केंद्र को बिना शर्त के बजट देना चाहिए। – संदीप, छात्र नेता, एसएफएस
शिक्षा के ओवरऑल बजट में हो इजाफा
पंजाब की ओर से पीयू को लेकर बजट की ही अधिक समस्या आती है। चूंकि पीयू पंजाब की विरासत है इसलिए हम इस फैसले का स्वागत करते हैं। साथ ही केंद्र और पंजाब सरकार दोनों से मांग है कि शिक्षा के ओवरऑल बजट में इजाफा होना चाहिए। हम किसी भी यूनिवर्सिटी और कॉलेज के फीस बढ़ोतरी के फैसलों का समर्थन नहीं करते हैं। – करनबीर सिंह, छात्र नेता, एनएसयूआई
पंजाब की राजधानी का बजट केंद्र को ही मिल रहा
पंजाब की राजधानी के ऊपर वैसे भी केंद्र ने आधिपत्य किया हुआ है और उसका बजट भी पंजाब को नहीं मिल रहा है। पंजाब की विरासत पीयू के सेंट्रलाइजेशन के खिलाफ हमने विधानसभा और पंजाब सरकार से मांग की थी क्योंकि यूनिवर्सिटी क्षेत्र के कल्चर को जिंदा रखती है। – सुखविंदर सिंह, छात्र नेता, सथ

चंडीगढ़। पंजाब यूनिवर्सिटी के सेंट्रलाइजेशन के मुद्दे पर बुधवार को राज्यसभा में केंद्र की ओर से इन्कार किए जाने का पीयू छात्रों ने स्वागत किया है। पीयू छात्र संगठनों के सदस्यों का कहना है कि पंजाब यूनिवर्सिटी पंजाब की विरासत है, इसके सेंट्रलाइजेशन से क्षेत्रीय छात्रों का नुकसान होता। केंद्र और पंजाब सरकार दोनों को शिक्षा का बजट बढ़ाना चाहिए। पंजाब को भी अब अपनी जिम्मेदारी लेते हुए पीयू के लिए अपना बनता बजट जल्दी जारी करना चाहिए।

क्या कहते हैं छात्र नेता

विद्यार्थियों के संघर्ष की जीत

केंद्र सरकार की ओर से राज्यसभा में पीयू के सेंट्रलाइजेशन को लेकर किया गया इन्कार विद्यार्थियों के संघर्ष की जीत है। छात्रों ने इसके लिए लंबा संघर्ष किया था। पीयू को पंजाब को दिया जाना चाहिए, यह उसकी विरासत है। साथ ही केंद्र को बिना शर्त के बजट देना चाहिए। – संदीप, छात्र नेता, एसएफएस

शिक्षा के ओवरऑल बजट में हो इजाफा

पंजाब की ओर से पीयू को लेकर बजट की ही अधिक समस्या आती है। चूंकि पीयू पंजाब की विरासत है इसलिए हम इस फैसले का स्वागत करते हैं। साथ ही केंद्र और पंजाब सरकार दोनों से मांग है कि शिक्षा के ओवरऑल बजट में इजाफा होना चाहिए। हम किसी भी यूनिवर्सिटी और कॉलेज के फीस बढ़ोतरी के फैसलों का समर्थन नहीं करते हैं। – करनबीर सिंह, छात्र नेता, एनएसयूआई

पंजाब की राजधानी का बजट केंद्र को ही मिल रहा

पंजाब की राजधानी के ऊपर वैसे भी केंद्र ने आधिपत्य किया हुआ है और उसका बजट भी पंजाब को नहीं मिल रहा है। पंजाब की विरासत पीयू के सेंट्रलाइजेशन के खिलाफ हमने विधानसभा और पंजाब सरकार से मांग की थी क्योंकि यूनिवर्सिटी क्षेत्र के कल्चर को जिंदा रखती है। – सुखविंदर सिंह, छात्र नेता, सथ

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