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पीजीआईएमएस में प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से मरीज इलाज करवाने के लिए पहुंचते है। ओपीडी में इलाज करवाने वाले मरीजों को अब एक माह की दवाइयां दी जाएगी। इससे मरीजों के समय और पैसे की बचत होगी। इससे पहले ओपीडी में इलाज करवाने वाले मरीजों तीन दिन की दवा दी जाती है। इसके कारण मरीजों को बार-बार चक्कर काटने पड़ते है। इससे ओपीडी में आने वाले मरीजों की भीड़ में भी कमी होगी। चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. कुंदन मित्तल ने बताया कि पीजीआईएमएस रोहतक में पंजाब, यूपी, दिल्ली, राजस्थान, चंडीगढ, सिरसा, डबवाली, अंबाला, पंचकुला, महेंद्रगढ, कैथल मरीज इलाज करवाने के लिए आते है। मरीजों को तीन दिन की दवा देने के कारण सप्ताह में पीजीआई के दो चक्कर काटने पड़ते थे। इसके कारण पीजीआई में हर रोज मरीजों की संख्या आठ से नौ हजार तक पहुंच जाती थी। इसके कारण ओपीडी में अकसर भीड़ देखने को मिलती है। मरीजों को अपना नंबर आने के लिए कई-कई घंटों इंतजार करना पड़ता था। इसके कारण मरीजों को परेशानी का समाना करना पड़ता था। इसकों देखते हुए मरीजों को राहत दी गई। अब पीजीआई में इलाज करवाने के लिए आने वाले मरीजों को बार-बार चक्कर ना काटने पड़े। इसके लिए एक माह की दवाईयां दी जाएगी। साथ ही ओपीडी में दवा की उपलब्धता को भी बढ़ाया जाएगा। इससे समय की बचत होगी और पैसे की बचत होगी।
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पीजीआई रोहतक में नई व्यवस्था, मरीजों के समय और पैसे की होगी बचत