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पीजीआई ने अपनी नई इंस्टीट्यूट बॉडी (IB) का गठन किया है।
पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (PGI), चंडीगढ़ ने अपनी नई इंस्टीट्यूट बॉडी (IB) का गठन किया है, जिसे संस्थान की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था माना जाएगा। इस नई बॉडी का उद्देश्य PGI के प्रशासनिक, कार्य करने योग्य और वित्तीय
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इस नए गठित बॉडी में 15 सदस्य होंगे, जिनमें विभिन्न क्षेत्रों के प्रमुख विशेषज्ञ, चिकित्सक और प्रबंधन के जानकार शामिल हैं। इनमें से एक महत्वपूर्ण नाम डॉ. के विजय राघवन का है, जो प्रधानमंत्री के पूर्व वैज्ञानिक सलाहकार रह चुके हैं। इसके अलावा, डॉ. निखिल टंडन, जो AIIMS दिल्ली के एंडोक्राइनोलॉजी विभाग के प्रमुख हैं, डॉ. विनीते आहूजा (AIIMS दिल्ली के गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी विभाग) और प्रो. बीएस सहाय, जो IIM जम्मू के निदेशक हैं, को भी इस बॉडी में सदस्य बनाया गया है।
प्रो. बीएस सहाय का प्रमुख योगदान PGI के प्रशासनिक ढांचे को बेहतर बनाने में रहेगा। इसी तरह, डॉ. सुशील काबरा, जो पूर्व में AIIMS दिल्ली में बाल चिकित्सा विभाग के प्रमुख रह चुके हैं, भी इस बॉडी का हिस्सा होंगे।
पीजीआई में नई बॉडी बनने के बाद कार्य में और तेजी आएगी।
नई इंस्टीट्यूट बॉडी में तीन Ex-officio सदस्य भी होंगे, जिनमें पंजाब विश्वविद्यालय के कुलपति, स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक और PGI के निदेशक शामिल हैं। इसके साथ ही, स्वास्थ्य मंत्रालय और शिक्षा मंत्रालय से तीन वरिष्ठ अधिकारी भी इस बॉडी के हिस्से होंगे।

इस नई इंस्टीट्यूट बॉडी का गठन PGI के प्रशासनिक और संचालनात्मक निर्णयों को जल्दी और प्रभावी तरीके से लेने में मदद करेगा। इसके अतिरिक्त, अगले दो महीनों में स्टैंडिंग फाइनेंस कमेटी और स्टैंडिंग परचेज कमेटी का गठन किया जाएगा, जो PGI के वित्तीय और खरीद कार्यों में पारदर्शिता लाने और कार्यों की गति बढ़ाने में मदद करेंगी।
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पीजीआई की नई बॉडी में प्रमुख विशेषज्ञ और चिकित्सक शामिल: सबसे बड़ी निर्णय लेने वाली होगी अथॉरिटी, नए गठित बॉडी में 15 सदस्य होंगे – Chandigarh News