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फैज अहमद 2019 से 2021 तक ISI के चीफ (डायरेक्टर जनरल रहे थे।
पाकिस्तान की खूफिया एजेंसी ISI के पूर्व चीफ लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद को सेना ने हिरासत में ले लिया है। फैज हमीद को सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश के बाद हिरासत में लिया गया है। फिलहाल सेना ने उनका कोर्ट मार्शल शुरु कर दिया है। फैज हमीद को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान का करीबी माना जाता है।
ये पाकिस्तान में पहला मौका है जब ISI के किसी पूर्व चीफ को हिरासत में लिया गया है। फैज हमीद पर टॉप सिटी हाउसिंग घोटाले के मामले में शिकायत दर्ज की गई थी। इसकी जांच के लिए उन्हें हिरासत में लिया गया है।
पिछले साल 14 नवंबर को पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि फैज हमीद पर लगे आरोपों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। ये आरोप बेहद गंभीर है। कोर्ट ने कहा था कि अगर फैज दोषी साबित होते हैं, तो इससे देश की संस्थाओं की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचेगा।
रिटायरमेंट के बाद सेना के नियमों के उल्लंघन का आरोप
फैज हमीद पाकिस्तान की सेना में पेशावर के कोर कमांडर भी रहे हैं। उन पर रिटायरमेंट के बाद पाकिस्तानी सेना के नियमों के उल्लंघन का आरोप भी लगा है। फैज हमीद पर ISI चीफ के तौर पर पद के दुरुपयोग का आरोप लगा था।
इन आरोपों की जांच के लिए सेना ने अप्रैल में एक जांच कमेटी का गठन किया था। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया था कि इस समिति का गठन जवाबदेही तय करने के लिए किया गया था। इस कमेटी को एक मेजर जनरल लीड करेंगे।
पिछले साल टॉप सिटी मैनेजमेंट ने फैज हमीद पर आरोप लगाते हुए दावा किया था उन्होंने इसके मालिक मोइज खान के ऑफिस और घर पर छापेमारी की थी। इसके बाद नवंबर 2023 में इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने हाउसिंग सोसाइटी के मालिक को अपनी शिकायत रक्षा मंत्रायल में दर्ज कराने के लिए कहा था।
पिछले साल मार्च में तत्कालीन गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा था कि फैज हमीद और उनके भाई के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति रखने और कथित भ्रष्टाचार के मामले में जांच चल रही है।
5 अरब रुपए की रिश्वत का भी आरोप
पूर्व ISI चीफ फैज हमीद ने अल कादिर ट्रस्ट स्कैम केस में 5 अरब रुपए की रिश्वत ली थी। यह खुलासा इमरान सरकार में मंत्री रहे और उनके दोस्त फैजल वाबडा ने किया था।
अल कादिर ट्रस्ट स्कैम वही केस है, जिसमें पिछले साल 9 मई को इमरान को गिरफ्तार किया गया था और इसके बाद पाकिस्तान में जबरदस्त हिंसा हुई थी। 8 लोग मारे गए थे। आर्मी हेडक्वॉर्टर के अलावा जिन्ना हाउस पर भी खान समर्थकों ने हमला किया था।
इस हमले के बाद सेना और सरकार ने एक्शन लिया था। इसका असर ये हुआ था कि इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के 80 से ज्यादा बड़े नेता, सांसद और विधायक पार्टी छोड़ गए थे।
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अफगानिस्तान में तालिबान की जबरिया हुकूमत बनवाने में मदद करने वाले पाकिस्तान के इंटेलिजेंस चीफ जनरल फैज हमीद को पद से हटा दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इंटर सर्विस इंटेलिजेंस यानी ISI चीफ फैज पिछले महीने आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा से मंजूरी लिए बगैर काबुल गए थे। वहां तालिबान नेताओं के साथ सेरेना होटल में टी-पार्टी अटैंड की थी। आरोप है कि उन्होंने वहां तालिबान की हुकूमत कायम करने में मदद की थी।
जनरल फैज इमरान खान की पसंद थे और अगले साल आर्मी चीफ बनने वाले थे। बताया जाता है कि उनकी काबुल यात्रा से जनरल बाजवा के अलावा अमेरिका भी काफी नाराज था। जनरल नदीम अंजुम ISI के नए चीफ होंगे। पूरी खबर यहां पढ़ें…
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किया गया है। पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक, इमरान ने शनिवार को बताया कि वे 7 बाई 8 फीट की जेल में रह रहे हैं। उनकी लंबाई 6 फीट 2 इंच है। इस वजह से उन्हें हिलने-डुलने में मुश्किल हो रही है।
इमरान ने कहा कि मैं हमेशा एजेंसियों की निगरानी में रहता हूं। मेरी 24 घंटे निगरानी की जाती है। यहां तक की मुझे किसी से भी मिलने नहीं दिया जाता है। इमरान करीब एक साल से जेल में बंद है। पूरी खबर यहां पढ़ें…
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पाकिस्तान के पूर्व ISI चीफ सेना की हिरासत में: फैज हमीद का सेना ने कोर्ट मार्शल शुरू किया, इमरान के करीबी हैं जनरल फैज