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फरीदाबाद के बीके चौक पर सैकड़ों मजदूरों ने गैस सिलेंडर के दामों में 50 रुपये की बढ़ोतरी के खिलाफ प्रदर्शन किया.
महंगाई के खिलाफ फरीदाबाद में मजदूरों का प्रदर्शन
हाइलाइट्स
- फरीदाबाद में मजदूरों ने महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन किया.
- गैस सिलेंडर के दामों में 50 रुपये की बढ़ोतरी से नाराजगी.
- मजदूरों ने महंगाई और बेरोजगारी से राहत की मांग की.
फरीदाबाद: फरीदाबाद के बीके चौक पर इंकलाब मजदूर केंद्र की अगुवाई में सैकड़ों मजदूर महिलाएं और पुरुष सड़क पर उतर आए. उनका कहना है कि गैस सिलेंडर के दामों में 50 रुपये की बढ़ोतरी ने घर का बजट बिगाड़ दिया है. पहले ही महंगाई ने लोगों की कमर तोड़ रखी थी, अब सिलेंडर महंगा होने से परेशानी और बढ़ गई है.
प्रदर्शन में शामिल बृजकिशोर झा ने बताया कि यह प्रदर्शन पूरी तरह महंगाई के खिलाफ है. उन्होंने कहा, “जैसे ही चुनाव नजदीक आते हैं, सरकार सिलेंडर के दाम घटा देती है. 1100 रुपये वाला सिलेंडर चुनाव के समय 800 रुपये का कर दिया गया था. चुनाव खत्म होते ही सीधे 50 रुपये बढ़ा दिए. महंगाई सिर्फ शहरों में नहीं, गांवों में भी लोगों की जिंदगी मुश्किल बना रही है. बेरोजगारी भी तेजी से बढ़ रही है. जब सरकार खुद मानती है कि 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज दे रही है, तो फिर महंगाई क्यों बढ़ रही है? यही सवाल लेकर हम प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने यह भी बताया कि इंकलाब मजदूर केंद्र देशभर में फैली पुरानी संस्था है.
बृजकिशोर झा ने बताया, “मैं ब्राह्मण समाज का अध्यक्ष भी हूं और इस प्रदर्शन को समर्थन दे रहा हूं. हमारी मांग है कि महंगाई कम की जाए ताकि हम लोग भी ठीक से जिंदगी गुजार सकें. बाकी चीजों के बढ़ते खर्च ने हम सभी को परेशान कर दिया है.” यशवंत मौर्य ने कहा, “फरीदाबाद के जागरूक लोग बता रहे हैं कि जिंदा वही है जो अपने हक की लड़ाई लड़ सके. सिलेंडर हो या बाकी घर का सामान, सब दिन-ब-दिन महंगे होते जा रहे हैं. आम लोग परेशान हैं और सरकार के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं.”
प्रदर्शन में शामिल नितेश ने कहा, “बीते 11 साल से मजदूरों की सैलरी नहीं बढ़ी है. हर पांच साल में मजदूरों की तनख्वाह रिवाइज होनी चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. महंगाई बढ़ रही है, पढ़ाई-लिखाई महंगी हो रही है, लेकिन मजदूर की सैलरी जस की तस है. मजदूर अपने बच्चों को कैसे पढ़ाए-पाले? महिलाएं भी असुरक्षित महसूस कर रही हैं। हम महंगाई के खिलाफ मजबूरी में सड़कों पर उतरे हैं.”
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