Avimee Herbal: ‘Age is Just a Number’ इस कहावत को उस शख्स ने सच साबित कर दिया है, जिन्होंने लगभग 80 साल की उम्र में करोड़ों रुपयों का कारोबार खड़ा कर दिखाया. इसकी शुरुआत सूरत की एक रसोई में पोस्ट कोविड के दौरान हुई थी, जब लोगों के खूब बाल झड़ रहे होते थे. इस समस्या से जूझ परिवार के लोगों ने तब घरेलू नुस्खों का इस्तेमाल करना शुरू किया, यहीं से दादाजी को नए बिजनेस का आईडिया आया.
सूरत में आज कंपनी की बड़ी फैक्ट्री
Avimee Herbal के को-फाउंडर सिद्धार्थ अग्रवाल ने financialexpress.com से बातचीत करते हुए कहा, नानाजी जेनेटिकिली काफी लंबे समय से गंजे हैं. जनवरी, 2021 में घरेलू नुस्खों के इस्तेमाल से उनके सिर पर अचानक से बाल उगने लगे. पहले मुझे लगा कि रूसी है, लेकिन करीब से देखने पर पाया कि नए बाल आ रहे हैं. बस यही हमारा टर्निंग पॉइंट था. इसके ठीक तीन साल बाद एविमी का कारोबार इतना फला-फूला कि देश के अलग-अलग हिस्सों में इसके 15,000 से ज्यादा यूनिट भेजे जाते हैं. सूरत में आज इसकी 1 लाख स्क्वॉयर फीट की फैक्ट्री है.
इस तरह से हुई थी शुरुआत
दरअसल, इसकी शुरुआत सिद्धार्थ की मां विनीता से हुई. कोरोना से ठीक होने के बाद उनके खूब बाल झड़ने लगे. मार्केट में मिल रहे प्रोडक्ट के इस्तेमाल से कुछ खास फायदा नहीं हुआ, तो उन्होंने अपने पिता आरके चौधरी से इस बारे में मदद मांगी, जिन्होंने आयुर्वेद और होम्योपैथी पर दो दशक से भी लंबे समय तक रिसर्च किया है.
नानाजी ने चुनिंदा जड़ी-बूटियों से एक तेल बनाया. इसके इस्तेमाल से विनीता को फायदा हुआ. पड़ोसियों ने भी इसे आमजाया, तो उन्हें भी रिजल्ट साफ दिखने लगे. इसके बाद परिवार के सदस्यों ने मिलकर एक ब्रांड लॉन्च करने का सोचा. नानाजी ने इसका नाम अपनी तीन बेटियों: अनीता, विनीता और मीनाक्षी के नाम पर अविमी रखा. शुरुआती बिक्री इंस्टाग्राम के जरिए हुई, तब रोजाना सिर्फ एक या दो बोतल ही बिकते थे, फिर 100-200 बोतल बिकने लगे.
इन शहरों में सबसे ज्यादा बिकते प्रोडक्ट
इसके बाद ह्युमन्स ऑफ बॉम्बे ने अग्रवाल परिवार को बिना कुछ बताए एविमी की कहानी अपने प्लेटफॉर्म पर शेयर की. इसके बाद ऑर्डरों की बाढ़ आने लगी. दो हफ्तों में 25000 बोतलों का ऑर्डर आया. सिद्धार्थ ने कहा, हम बिल्कुल तैयार नहीं थे. हमें इन्हें पूरा करने में तीन महीने लग गए. आज के समय में एविमी के प्रोडक्ट की डिमांड उत्तर, पश्चिम और दक्षिण भारत के टियर-1 शहरों से आती है, लेकिन अब टियर-2 शहरों में भी इसकी मांग बढ़ रही है. यह ब्रांड धीरे-धीरे युवाओं की भी पसंद बना जा रहा है.
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तो यह है ऑनलाइन गेमिंग का काला सच… बर्बाद हो रहे देश के युवा, हर साल गंवा रहे 20000 करोड़
Source: https://www.abplive.com/business/avimee-herbal-was-started-after-corona-and-today-it-has-a-turnover-of-crores-2999650