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Faridabad News: फरीदाबाद का ताऊ देवीलाल वृद्धाश्रम बुजुर्गों के लिए एक सुरक्षित और आरामदायक घर है. यहां 52-53 बुजुर्ग रहते हैं और उन्हें समय पर खाना, सफाई और मेडिकल सेवाएं मिलती हैं.
ताऊ देवीलाल वृद्धाश्रम बुजुर्गों का दूसरा घर.
हाइलाइट्स
- ताऊ देवीलाल वृद्धाश्रम में 52-53 बुजुर्ग रहते हैं.
- वृद्धाश्रम में 24×7 सहायता और मेडिकल सेवाएं मिलती हैं.
- वृद्धाश्रम में बुजुर्गों को परिवार जैसा माहौल मिलता है.
फरीदाबाद. फरीदाबाद में स्थित ताऊ देवीलाल वृद्धाश्रम पिछले कई सालों से जरूरतमंद बुजुर्गों के लिए एक सहारा बना हुआ है. यहां रहने वाले बुजुर्गों का कहना है कि उन्हें किसी भी तरह की कोई दिक्कत नहीं होती. उन्हें समय पर खाना साफ-सफाई और रहने की पूरी सुविधा दी जाती है. यहां के माहौल को लेकर बुजुर्गों का कहना है कि उन्हें बिल्कुल घर जैसा महसूस होता है.
वृद्धाश्रम के संचालक किशनलाल बजाज ने Local 18 से बातचीत में बताया कि फिलहाल आश्रम में 52 से 53 बुजुर्ग रह रहे हैं. इस वृद्धाश्रम की शुरुआत 16 जून 2003 को की गई थी. किशनलाल बजाज इसके संस्थापक और संचालक दोनों हैं. उन्होंने बताया कि वृद्धाश्रम में बुजुर्गों की देखभाल के लिए 11 लोगों की एक टीम काम करती है, जो हर जरूरत का ध्यान रखती है.
किशनलाल बजाज ने बताया कि कई लोग वृद्धाश्रम में दान भी देते हैं, जिससे बुजुर्गों को अच्छी सुविधा दी जा सके. उन्होंने यह भी साफ किया कि ताऊ देवीलाल वृद्धाश्रम की कोई दूसरी शाखा नहीं है. यह केवल फरीदाबाद में ही स्थित है.
वृद्धाश्रम की एक खासियत यह भी है कि अगर शहर में कहीं कोई लावारिस बुजुर्ग नजर आता है, तो लोग वृद्धाश्रम को किसी भी समय कॉल कर सकते हैं. फिर चाहे रात के दो बजे ही क्यों न हों टीम वहां जाकर उस बुजुर्ग को वृद्धाश्रम लेकर आएगी और उसकी देखभाल करेगी.
यहां बुजुर्गों के लिए हर सुविधा मौजूद है. चाहे वह एम्बुलेंस की सेवा हो या फिर दवा और इलाज. इस वृद्धाश्रम का मकसद सिर्फ इतना है कि कोई भी बुजुर्ग लावारिस और बेसहारा महसूस न करे. यहां रहने वाले बुजुर्गों को एक परिवार का माहौल मिलता है जहां वे प्यार और सम्मान के साथ अपना जीवन बिता रहे हैं.
ताऊ देवीलाल वृद्धाश्रम न सिर्फ बुजुर्गों के लिए एक आश्रय स्थल है बल्कि यह समाज को एक संदेश भी देता है कि हमें अपने बुजुर्गों की सेवा और सम्मान करना चाहिए.
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