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- Pt. Vijayshankar Mehta’s Column Daily Yoga Can Save You From A Double Life….
पं. विजयशंकर मेहता
भ्रष्टाचार का एक बड़ा प्रभाव हमारे जीवन में ये पड़ता है कि हम दोहरा जीवन जीने के आदी हो जाते हैं। हर भ्रष्ट आदमी दिखाता कुछ और है, होता कुछ और है। और इसकी शुरुआत तब से हुई, जब से देश आजाद हुआ।
अब नैतिकता को लोगों ने समीकरण बना दिया है और तप को व्यवसाय। सत्ता से लेकर व्यासपीठ तक सब दांव पर लगा हुआ है। धर्मांतरण के शोर में धर्माचरण खो गया।
सुर्खियों में रहना सोशल मीडिया के जरिए एक नशा-सा बन गया है। फिर हमारे देश में तो हर हेर-फेर में नेता की हामी रहती ही है। एक ऐसा घालमेल तैयार हो गया कि सही व्यक्ति पहचानना मुश्किल हो गया। तो चलिए बाहर सही व्यक्ति की तलाश में हो सकता है जिंदगी बीत जाए और अशांति हाथ लगे।
लेकिन कम से कम हम अपने भीतर के सही व्यक्ति को तो बचाएं। और उसके लिए अपने भीतर उतरना पड़ेगा और वो तरीका योग से आएगा। जो लोग प्रतिदिन योग करेंगे, वो कम से कम इस दोहरे जीवन से बच जाएंगे।
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पं. विजयशंकर मेहता का कॉलम: प्रतिदिन योग आपको दोहरे जीवन से बचा सकता है….