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पंजाब के CM भगवंत मान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अब प्रधानमंत्री वह बन गए, जिन्होंने किताबें नहीं पढ़ीं हैं। वह अब डिग्री तलाश रहे हैं। इसके लिए भी कोई बिजनेस आइडिया दीजिए। प्रधानमंत्री के लिए पेपर नहीं होता है, नहीं
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ये बात उन्होंने गुरुवार को चंडीगढ़ में टैगोर थिएटर में एंटरप्रेन्योरशिप कोर्स शुरू करने के दौरान कही। इस दौरान उनके साथ आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल भी मौजूद रहे।
सीएम मान ने कहा कि आजकल पर्सनालिटी डेवलपमेंट का दौर है और बिजनेस आइडिया का दही जमाने के लिए हम इसे शुरू कर रहे हैं। इस कोर्स के तहत कॉलेज के छात्रों को नए स्टार्टअप शुरू करने की ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके लिए एक एप्लिकेशन भी बनाई गई है, जिसमें छात्रों को क्लाउड किचन जैसी विभिन्न व्यवसायिक गतिविधियों सहित हर प्रकार की ट्रेनिंग दी जाएगी।
इस एप का प्रयोग अब शुरू हो गया है। सीएम ने कहा कि पंजाब की धरती उपजाऊ है। कोई भी व्यक्ति यहां पर आकर मेहनत करे, तो वह भूखा नहीं रहता है।
सीएम भगवंत मान और केजरीवाल प्रोग्राम का शुभारंभ करते हुए।
अब पढ़िए CM भगवंत मान की 3 अहम बातें…
- ब्रेन स्टॉर्मिंग को बंद करेंगे: सीएम मान ने कहा कि बिजनेस क्लास शुरू करने के पीछे सोच यही है कि ब्रेन स्टॉर्मिंग हो, उससे अच्छा उनके माइंड से अच्छा आइडिया निकले और एक अच्छी पहल शुरू हो। यूट्यूब को तीन स्टूडेंट्स ने मिलकर बनाया, आज वो बहुत बड़ा मॉडल बन गया। गूगल गैराज से निकला और बिल गेट्स ने कहा कि मैं यूनिवर्सिटी टॉपर नहीं हूं, लेकिन कई टॉपर मेरे पास काम करते हैं। यह आज के जमाने का एक एजुकेशन मॉडल है।
- पंजाब स्टार्टअप में नंबर वन: सीएम ने कहा कि स्टार्टअप में हम नंबर बन गए हैं। 15 दिन में 25 लाख रेवन्यू जेनरेट हो गया। आने वाले तीन चार साल सालों में आईटी या कॉलेजों से 40 हजार करोड़ का रेवन्यू जुटाएंगे। हमारी सरकार ने 55 हजार नौकरियां दी हैं। नौकरी सभी को नहीं मिल सकती है। इसके लिए अब पंजाब स्टार्टअप एप है। लुधियाना, जालंधर, मोहाली ले लो, आपको मैकेनिक नहीं मिलता है। लेकिन इस एप से सब संभव होगा।
- बच्चों में टैलेंट की कोई कमी नहीं: सीएम ने कहा कि एप के पीछे अब एक तरह से वर्ल्ड वॉर शुरू हो गया है। हमारे बच्चों में टैलेंट की कोई कमी नहीं है। बोइंग कंपनी में 45 प्रतिशत कर्मचारी पंजाबी हैं। हमारे टैलेंट पर कभी संदेह नहीं किया जा सकता।

आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल संबोधित करते हुए।
केजरीवाल ने क्या कहा, 4 पॉइंट में पढ़िए…
- एजुकेशन सिस्टम उद्देश्य को नहीं कर रहा पूरा: अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 17 साल का बच्चा जब ग्रेजुएशन करता है, तो हम उससे क्या उम्मीद करते हैं? महात्मा गांधी जी के अनुसार शिक्षा के तीन उद्देश्य होने चाहिए पहला व्यक्ति अपने परिवार का पेट पालने में सक्षम हो, दूसरा समाज में एक अच्छा इंसान बने और तीसरा देश का जिम्मेदार नागरिक बन पाए। लेकिन क्या हमारा शिक्षा तंत्र इन उद्देश्यों को पूरा कर रहा है। क्या वह अपने छात्रों को आत्मनिर्भर बना पा रहा है।
- आजादी के बाद भी शिक्षा प्रणाली नहीं बदली: केजरीवाल ने कहा कि इसके लिए जिम्मेदार हमारा वर्तमान शिक्षा प्रणाली है। इसकी नींव लॉर्ड मैकाले ने रखी थी। उस समय हर गांव में गुरुकुल होते थे, जहां शिक्षक की बहुत इज्जत होती थी। गुरुकुल में राजा और रंक दोनों के बच्चे साथ पढ़ते थे। लेकिन मैकाले ने हमारा पूरा शिक्षा तंत्र ऐसे बनाया, जिससे केवल क्लर्क (नौकरशाह) तैयार हों। आजादी के बाद भी हमने यह शिक्षा प्रणाली नहीं बदली।
- युवाओं में जोखिम उठाने की क्षमता हुई कम: AAP सुप्रीमो ने कहा कि आज 17 साल की उम्र में बच्चों को रटने पर जोर दिया जाता है, जिसके कारण उनमें जोखिम लेने की क्षमता नहीं रह जाती। लेकिन यह एप अब बदलाव की दिशा में कदम है। यह हर व्यक्ति को एक सपना देगा और उसे एग्जाम की साइकोलॉजी से बाहर निकालेगा। इस सिस्टम में जितने पैसे कमाए जाएंगे, उतने ही नंबर (अंक) मिलेंगे। यानी मेहनत और नवाचार का सीधा इनाम मिलेगा।
- पंजाब के लोग असली एंटरप्रेन्योर: केजरीवाल ने कहा कि पंजाब के लोग असली एंटरप्रेन्योर (उद्यमी) हैं। इस एप को ट्राई करने के लिए पंजाब से बेहतर जगह और कोई नहीं हो सकती। अगर यह एप सफल हो जाता है और पूरे देश में लागू होता है, तो यह हमें चीन से मुकाबला करने के लिए तैयार करेगा। यह एप फिलहाल कॉलेजों तक सीमित है। लेकिन यह बहुत से छात्रों के लिए एक बड़ी उम्मीद बन सकता है।
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पंजाब CM बोले-वह PM बन गए, जिन्होंने किताबें नहीं पढ़ीं: बाद में डिग्री तलाशते हैं; प्रधानमंत्री के लिए कोई पेपर नहीं, वरना सभी दे देते – Punjab News

