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कुलपति प्रो. रेणु विग ने डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दी।
पंजाब यूनिवर्सिटी (पीयू) ने आज अपने प्रतिष्ठित पूर्व छात्र और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए शोक सभा का आयोजन किया।
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सभा सीनेट हॉल में हुई, जिसमें पीयू की कुलपति प्रो. रेणु विग, रजिस्ट्रार प्रो. वाई.पी. वर्मा, डीयूआई प्रो. रूमीना सेठी, आरडीसी निदेशक प्रो. योजना रावत, परीक्षा नियंत्रक प्रो. जगत भूषण, डीसीडीसी प्रो. संजय कौशिक, पूर्व कुलपति प्रो. अरुण ग्रोवर, डॉ. एस.एस. बारी, डीएसडब्ल्यू (महिला) प्रो. सिमरत काहलों, एलुमनी डीन प्रो. लतिका शर्मा, पीयूटीए अध्यक्ष प्रो. अमरजीत सिंह नौर और बड़ी संख्या में संकाय सदस्यों, होस्टल वार्डन और स्टाफ ने हिस्सा लिया।
उनकी विरासत हमेशा पंजाब यूनिवर्सिटी के इतिहास में अमर रहेगी सभा को संबोधित करते हुए प्रो. रेणु विग ने डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि एक विद्वान, अर्थशास्त्री और नेता के रूप में उनकी विरासत हमेशा पंजाब यूनिवर्सिटी और देश के इतिहास में अमर रहेगी।
प्रो. विग ने डॉ. सिंह की शैक्षणिक उपलब्धियों का उल्लेख किया, जिसमें अर्थशास्त्र में स्नातक (1952) और परास्नातक (1954) डिग्री शामिल हैं, जो उन्होंने उत्कृष्टता के साथ प्राप्त की थीं। उन्होंने पीयू में 1957 से 1965 तक वरिष्ठ व्याख्याता, रीडर और प्रोफेसर के रूप में अपनी सेवाएं दीं।
प्रो. विग ने बताया कि पंजाब यूनिवर्सिटी ने डॉ. सिंह को 1983 में मानद डी.लिट. (डॉक्टर ऑफ लिटरेचर) और 2009 में मानद एलएल.डी. (डॉक्टर ऑफ लॉज) की उपाधियां देकर सम्मानित किया था। उन्होंने 2018 में प्रो. एस.बी. रंगनेकर मेमोरियल ओरेशन के उद्घाटन भाषण में पीयू के साथ अपने गहरे संबंधों को साझा किया था।
कुलपति प्रो. रेणु विग दो मिनट का मौन रखती हुई।
सभा में अर्थशास्त्र विभाग की श्रद्धांजलि अर्थशास्त्र विभाग और पंजाब यूनिवर्सिटी एलुमनी एसोसिएशन (पीयूएए) ने संयुक्त रूप से सेमिनार हॉल में हाइब्रिड मोड में शोक सभा का आयोजन किया। इस अवसर पर प्रो. एच.एस. शेरगिल, प्रो. पम्पा मुखर्जी, प्रो. खालिद मोहम्मद, प्रो. स्वर्णजीत कौर, डॉ. अमरिंदर, प्रो. नंदिता सिंह, डॉ. जीवेश बंसल, प्रो. हर्ष गंधार, विभागाध्यक्ष डॉ. स्मिता शर्मा और एलुमनी डीन प्रो. लतिका शर्मा ने डॉ. सिंह को अपनी भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी।
सभी ने डॉ. सिंह के शैक्षणिक योगदान, सार्वजनिक सेवा और आर्थिक सुधारों में उनके असाधारण योगदान को याद किया।
दो मिनट का मौन और प्रार्थना दोनों सभाओं में छात्रों, शोधकर्ताओं और संकाय सदस्यों ने दो मिनट का मौन रखा और डॉ. सिंह की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। डॉ. मनमोहन सिंह, जिन्होंने 2004 से 2014 तक भारत के 13वें प्रधानमंत्री के रूप में सेवा दी और 1991 से 1996 तक वित्त मंत्री के रूप में आर्थिक सुधारों का नेतृत्व किया, को हमेशा याद किया जाएगा।
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पंजाब यूनिवर्सिटी ने डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दी: कुलपति बोलीं- उनकी विरासत यूनिवर्सिटी के इतिहास में अमर रहेगी – Chandigarh News