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पंजाब बीजेपी के नेता चंडीगढ़ में राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया से मुलाकात के बाद बाहर आते हुए।
पंजाब में एक बार फिर भाजपा और सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (AAP) आने सामने हो गई है। बीजेपी के नेताओं ने पंजाब के गवर्नर गुलाब चंद कटारिया से मुलाकात की। इस मौके पार्टी के कार्यकारी प्रधान अश्वनी शर्मा ने कहा कि पंजाब सरकार उनकी ओर से गांवों में लगाए जा
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जो काम सरकार का था, वह भाजपा कर रही है। कोई डेटा चोरी नहीं हो रहा है। कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया चल रही है। डेटा चोरी तो उस समय हुआ था, जब सत्ता में आने से पहले आम आदमी पार्टी ने राज्य की 50 लाख महिलाओं के फॉर्म भरवाए थे।
भाजपा की सीएम मान को चुनौती
अश्वनी शर्मा ने सीएम भगवंत मान को चुनौती देते हुए कहा कि राजनीतिक लड़ाई राजनीतिक तरीके से लड़े। बीजेपी से क्यों डर रहे हैं। इन कैंपों के माध्यम से वे लोग को केंद्र सरकार, यानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाओं के बारे जागरूक कर रहे हैं और उन्हें योजनाओं में रजिस्टर भी करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजपुरा रैली के बाद से सरकार बीजेपी से डरी हुई है।
क्या आप नहीं चाहते है कि गरीबों को उनका हक मिले। वहीं, जालंधर बीजेपी के पूर्व विधायक केडी भंडारी और पूर्व सांसद सुशील कुमार रिंकू को हिरासत में लिया गया है। वहां पर धक्का मुक्की भी हुई है। जबकि पठानकोट के प्रधान सुरेश कुमार के घर भी पहुंची है। इसके अलावा बठिंडा समेत कई जिलों में एक्शन हुआ है।
जालंधर में बीजेपी नेताओं को हिरासत में लेते हुए पुलिस।
अश्वनी शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह 4 प्वाइंट उठाएं –
1. मई से भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता कॉमन सर्विस सेंटर (जो भारत सरकार से मान्यता प्राप्त है) के माध्यम से कैंप लगवाकर लोगों को केंद्र की योजनाओं का लाभ दिलाने में जुटे हुए हैं। हमारी भूमिका केवल लोगों को कैंप तक लाने और ले जाने तक सीमित है। कल भी हमारे कैंप बंद करवाए गए और आज भी ऐसा प्रयास हुआ।
2. यह सब मनीष सिसोदिया के बयान “साम, दंड और भेद” की तर्ज पर हो रहा है। हमने राज्यपाल को अपनी सभी चिंताओं से अवगत करवाया है। मैं सीएम भगवंत मान से कहना चाहता हूं कि राजनीतिक लड़ाई राजनीतिक तरीके से लड़ो। बीजेपी से क्यों डर रहे हो? क्या आप नहीं चाहते कि गरीबों को केंद्र सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं का लाभ मिले? हम रुकने वाले नहीं हैं। सरकार गैर-संवैधानिक तरीका अपना रही है। लेकिन डरने की कोई बात नहीं है।
3.डेटा तो तब चोरी हुआ था जब सरकार बनने से पहले महिलाओं से फॉर्म भरवाए गए थे। अब सरकार अपने आपको सही साबित करने के लिए फर्जी लोग खड़े कर रही है। आपने महिलाओं से फॉर्म भरवा लिए, लेकिन उन्हें कुछ दिया नहीं। हम सरकार की इस कार्रवाई की निंदा करते हैं। राजपुरा की रैली से ही सरकार डरी हुई है और सेवा के काम में अड़चन डाल रही है।
4. हरियाणा में सभी घरों को योजनाओं का लाभ मिल रहा है, तो पंजाब के लोगों को क्यों न मिले? अब तक पंजाब में एक लाख 57 हजार लोग इन कैंपों का लाभ उठा चुके हैं। सरकार एक्सपायरी हो चुकी है। हम किसान, महिला, दलित और गरीब की लड़ाई लड़ रहे हैं। मैं चेतावनी देता हूं, सुधर जाओ, पंजाब किसी की निजी संपत्ति नहीं है। यहां पुलिस राज नहीं, लोकतंत्र का राज है।

राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया को मांग पत्र सौंपते भाजपा नेता।
डेटा जुटाने वालों पर होगी कार्रवाई होगी
आम आदमी पार्टी नेता नील गर्ग ने कहा कि कुछ फर्जी लोग डेटा इकट्ठा कर रहे हैं और इस तरीके से लोगों से ठगी हो सकती है। इसी कारण सख्ती बरती गई है। किसी को भी राजनीतिक गतिविधि करने से नहीं रोका जा रहा। केंद्र सरकार की योजनाएं राज्य सरकार के माध्यम से लागू होती है।
ऐसे में कोई राजनीतिक पार्टी इन योजनाओं को सीधे कैसे लागू कर सकती है? डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन एक्ट 2023 के अंतर्गत किसी प्रकार की निजी जानकारी व्यक्ति की मर्जी के बिना इकट्ठा या इस्तेमाल करना कानूनी अपराध है। लोगों की सुरक्षा को देख पुलिस को दिए गए सख्त कार्रवाई के आदेश दिया। सरकार की लोगों से अपील है कि- निजी जानकारी किसी से साझा न करें।
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पंजाब गवर्नर से मिले BJP नेता: सरकार पर लगाए कैंप रोकने के आरोप; कहा-नेताओं को हिरासत में लिया, AAP ने किया डेटा चोरी – Punjab News
