[ad_1]
पंजाब कांग्रेस विधानसभा चुनाव 2027 की तैयारी में।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में भले ही कांग्रेस पार्टी को एक भी सीट जीतने में कामयाबी नहीं मिली है, लेकिन पंजाब कांग्रेस ने 2027 विधानसभा चुनाव की जंग को फतह करने की तैयारी अभी से शुरू कर दी है। पार्टी हाईकमान ने सभी नेताओं को अब हर मुद्दे पर लोगों से जुड़न
.
अब पंजाब कांग्रेस के पक्ष में है चार प्वाइंट –
1. कांग्रेस पार्टी दिल्ली चुनाव नतीजों से उत्साहित है। क्योंकि भले ही कांग्रेस वहां पर एक भी सीट नहीं जीत पाई है। लेकिन स्टेट में कांग्रेस मजबूत हैं। कांग्रेस के पास दो साल का पूरा समय पड़ा है। वह AAP की कमजोरियों को प्रमुखता से उठाएगी। वहीं, कांग्रेस का संगठन भी भी मजबूत हुआ है। कई बड़े नेता जो पहले पार्टी में छोड़ गए थे, वह दोबारा पार्टी जॉइन कर चुके हैं।
2. आम आदमी पार्टी पंजाब की सत्ता पर जब 2023 में काबिज हुई थी, उस समय पार्टी ने भ्रष्टाचार और नशे को बहुत बड़ा इश्यू बनाया था। एक के बाद एक पंजाब कांग्रेस के नेता व पूर्व मंत्रियों पर केस दर्ज कर गिरफ्तार किया था, लेकिन टेंडर घोटाले में पूर्व मंत्री भारत भूषण आशू और भ्रष्टाचार मामले में सुंदर शाम अरोड़ा के हाईकोर्ट से बरी होने और एफआईआर रद्द होने से चह चीज साफ हो गई कि AAP सरकार ने बदले की रणनीति के तहत केस दर्ज किए थे।
3. आम आदमी पार्टी ने सत्ता में आने से पहले कई गारंटियां दी थी। उनमें सबसे बड़ी गारंटी महिलाओं को एक हजार रुपए पेंशन की थी, जो कि अभी तक पूरी नहीं हुई है। भ्रष्टाचार व नशे जैसे मुद्दे अभी तक खत्म नहीं हुए है। खनन का भी बड़ा मुद्दा है।
4. पंजाब में कुछ समय पहले चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए थे। भले ही कांग्रेस एक ही सीट जीत पाई थी, लेकिन यह बरनाला सीट उनको हलकों में गिनी जाती है, जिसे AAP का गढ़ माना जाता है। इससे पहले 13 लोकसभा सीट पर हुए चुनाव में कांग्रेस में कांग्रेस सात, आम आदमी पार्टी तीन, एक शिरोमणि अकाली दल और दो निर्दलीय जीते थे।
पंजाब कांग्रेस के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग लोगों से मुलाकात करते हुए।
डिपोर्ट किए युवाओं को हो पुनर्वास
पंजाब कांग्रेस के सभी विंग के नेता अब राज्य में एक्टिव हो गए हैं। वह AAP की तरह माइक्रो लेवल पर काम कर रहे हैं। पंजाब एनएसयूआई के प्रधान इशप्रीत सिंह का कहना है कि् लोगाें को अब कांग्रेस से उम्मीद है। पार्टी हर मुद्दे पर लोगों के साथ खड़ी है। अमेरिका से डिपोर्ट किए गए युवाओं के पुनर्वास के लिए सरकार को तुरंत कदम उठाने चाहिए। ताकि यह सेटल हो पाए। साथ ही वह कर्ज के बोझ से निकल पाए। वरना इस मुद्दे को पार्टी द्वारा संघर्ष किया जाएगा।
[ad_2]
पंजाब कांग्रेस का फोकस 2027 विधानसभा चुनाव पर: सभी नेता हलकों में हुए एक्टिव, सरकार को घेरने की स्ट्रेटजी, चार चीजें हैं पक्ष में – Punjab News