नेशनल हाईवे पर भरा पानी, निकासी के अभाव में लग जाता है जाम


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सोनीपत। नेशनल हाईवे-44 व 334बी पर जलनिकासी का ठोस प्रबंध नहीं होने के चलते जगह-जगह पानी भर गया है। जिससे वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। हाईवे पर पानी भरने व एनएच-44 बीसवां मील से कुंडली तक जगह-जगह फ्लाईओवर निर्माण के चलते रोजाना लंबा जाम लग रहा है। पानी भरा होने से वाहनों को निकलने में समय लगता है और इससे जाम लग जाता है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर पानी निकासी के लिए दोनों तरफ नाले तो बना दिए गए, लेकिन पानी की अभी निकासी नहीं है। जिससे स्थिति विकट होती जा रही है।
नेशनल हाईवे पर भर रहा पानी वाहन चालकों की मुसीबत बढ़ा रहा है। नेशनल हाईवे-44 पर गांव राई के पास, कुंडली के पास, बहालगढ़ के पास पानी भरा रहा है। इसके साथ ही 334 बी पर जाट जोशी के पास, सेक्टर-12 के पास समेत अन्य जगहों पर पानी भरा हुआ है। नए बने 334बी पर भी राई-बहालगढ़ के बीच पानी भर गया है। जिसका खामियाजा वाहन चालकों को भुगतना पड़ रहा है। पानी भरा होने के चलते हाईवे पर वाहनों की रफ्तार थम जाती है। ऐसे में कुछ देर में ही वाहनों की कतार लगनी शुरू हो जाती है। जिससे जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। हाईवे पर पानी भरने के साथ ही फ्लाईओवर के निर्माण कार्य चलते भी जाम की स्थिति बन जाती है। हाईवे पर 20 मिनट का सफर एक घंटे में पूरा हो पाता है।
इंसेट
एनएच-44 पर सुबह व देर शाम को जाम से स्थिति ज्यादा विकट हो जाती है। हाईवे पर भरे पानी से वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लगता है और जाम लगना शुरू हो जाता है। इसे लेकर निकासी को ठोस पहल करने की जरूरत है।- अमित कौशिक
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एनएच-44 पर वाहनों की कतार लगी रहती है। रोजाना 80 हजार से एक लाख तक वाहन आवागमन करते हैं। राई व बहालगढ़ के पास ज्यादा पानी भरा रहता है। इससे राई उप तहसील के पास अक्सर जाम लगा रहता है। इस दिशा में ठोस पहल करनी चाहिए।-जय भगवान आंतिल
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नेशनल हाईवे पर निकासी को लेकर ठोस पहल नहीं की जा रही है। यहां तक की नवनिर्मित 334 बी पर राई के पास जलनिकासी का प्रबंध नहीं है। ऐसे में पानी आसपास के खेतों में भर जाता है। जिससे किसानों को दिक्कत होती है।- पुनीत कौशिक
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राई व बहालगढ़ के साथ ही सोनीपत से बहालगढ़ रोड स्थित नेशनल हाईवे पर भी निकासी का प्रबंध नहीं है। नाले अवरुद्ध हैं। जिससे सड़क पर ही पानी भरा रहता है। इससे सड़क बनाने के कुछ समय बाद ही टूट जाती है।-दीपक चौहान
वर्जन
एनएच-44 पर वाहनों का आवागमन बेहतर करने को हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। चौड़ीकरण के साथ ही फ्लाईओवर बनाए जा रहे हैं। जलनिकासी को नाले बना दिए गए हैं। जहां पर नाले नहीं बने हैं वहां भी जल्द नालों का निर्माण करा दिया जाएगा। कुछ स्थानों पर गांवों का पानी हाईवे पर आ जाता है। उससे भी दिक्कत होती है। निकासी को लेकर लगातार बेहतर पहल की जा रही है।- आनंद दहिया, डीजीएम, एनएचएआई

सोनीपत। नेशनल हाईवे-44 व 334बी पर जलनिकासी का ठोस प्रबंध नहीं होने के चलते जगह-जगह पानी भर गया है। जिससे वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। हाईवे पर पानी भरने व एनएच-44 बीसवां मील से कुंडली तक जगह-जगह फ्लाईओवर निर्माण के चलते रोजाना लंबा जाम लग रहा है। पानी भरा होने से वाहनों को निकलने में समय लगता है और इससे जाम लग जाता है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर पानी निकासी के लिए दोनों तरफ नाले तो बना दिए गए, लेकिन पानी की अभी निकासी नहीं है। जिससे स्थिति विकट होती जा रही है।

नेशनल हाईवे पर भर रहा पानी वाहन चालकों की मुसीबत बढ़ा रहा है। नेशनल हाईवे-44 पर गांव राई के पास, कुंडली के पास, बहालगढ़ के पास पानी भरा रहा है। इसके साथ ही 334 बी पर जाट जोशी के पास, सेक्टर-12 के पास समेत अन्य जगहों पर पानी भरा हुआ है। नए बने 334बी पर भी राई-बहालगढ़ के बीच पानी भर गया है। जिसका खामियाजा वाहन चालकों को भुगतना पड़ रहा है। पानी भरा होने के चलते हाईवे पर वाहनों की रफ्तार थम जाती है। ऐसे में कुछ देर में ही वाहनों की कतार लगनी शुरू हो जाती है। जिससे जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। हाईवे पर पानी भरने के साथ ही फ्लाईओवर के निर्माण कार्य चलते भी जाम की स्थिति बन जाती है। हाईवे पर 20 मिनट का सफर एक घंटे में पूरा हो पाता है।

इंसेट

एनएच-44 पर सुबह व देर शाम को जाम से स्थिति ज्यादा विकट हो जाती है। हाईवे पर भरे पानी से वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लगता है और जाम लगना शुरू हो जाता है। इसे लेकर निकासी को ठोस पहल करने की जरूरत है।- अमित कौशिक

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एनएच-44 पर वाहनों की कतार लगी रहती है। रोजाना 80 हजार से एक लाख तक वाहन आवागमन करते हैं। राई व बहालगढ़ के पास ज्यादा पानी भरा रहता है। इससे राई उप तहसील के पास अक्सर जाम लगा रहता है। इस दिशा में ठोस पहल करनी चाहिए।-जय भगवान आंतिल

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नेशनल हाईवे पर निकासी को लेकर ठोस पहल नहीं की जा रही है। यहां तक की नवनिर्मित 334 बी पर राई के पास जलनिकासी का प्रबंध नहीं है। ऐसे में पानी आसपास के खेतों में भर जाता है। जिससे किसानों को दिक्कत होती है।- पुनीत कौशिक

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राई व बहालगढ़ के साथ ही सोनीपत से बहालगढ़ रोड स्थित नेशनल हाईवे पर भी निकासी का प्रबंध नहीं है। नाले अवरुद्ध हैं। जिससे सड़क पर ही पानी भरा रहता है। इससे सड़क बनाने के कुछ समय बाद ही टूट जाती है।-दीपक चौहान

वर्जन

एनएच-44 पर वाहनों का आवागमन बेहतर करने को हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। चौड़ीकरण के साथ ही फ्लाईओवर बनाए जा रहे हैं। जलनिकासी को नाले बना दिए गए हैं। जहां पर नाले नहीं बने हैं वहां भी जल्द नालों का निर्माण करा दिया जाएगा। कुछ स्थानों पर गांवों का पानी हाईवे पर आ जाता है। उससे भी दिक्कत होती है। निकासी को लेकर लगातार बेहतर पहल की जा रही है।- आनंद दहिया, डीजीएम, एनएचएआई

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