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एनडीटीवी स्पोर्ट्स के मुताबिक बिस्ला ने बताया कि पहला, नरेन को नेट्स में बॉलिंग करने का कोई इंटरेस्ट नहीं था. दूसरा, वो नहीं चाहते थे कि बल्लेबाज उनकी गेंदबाजी को पढ़ लें. क्योंकि वही बल्लेबाज कुछ साल बाद दूसरी टीम के लिए भी खेल सकते हैं.

बिस्ला के मुताबिक नरेन का सफलता का राज यही था कि वो नेट में गेंदबाजी नहीं करते थे. बिस्ला केकेआर में विकेटकीपर के तौर पर खेला करते थे. उन्हें नरेन से विनती करनी पड़ती थी कि वो उन्हें 12-13 गेंद फेंक दे, ताकि वो उनकी वैरिएशंस को पढ़ लें.

केकेआर ने आईपीएल में तीन ट्रॉफी जीती है. इस दौरान नरेन ने टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई है. नरेन ने आईपीएल में तीन बार मोस्ट वैलुएबल प्लेयर ऑफ द सीजन का अवॉर्ड जीता है.

केकेआर ने पिछले सीजन में खिताब जीता था. तब भी नरेन ने शानदार प्रदर्शन किया था. नरेन ने 180 के ऊपर के स्ट्राइक रेट से 488 रन बनाए थे. साथ ही में 6.69 की इकॉनमी रेट से 17 विकेट लिए थे. इस सीजन में भी लगभग 190 की स्ट्राइक रेट से 125 रन बनाए हैं. वहीं पांच मैचों में 5 विकेट भी लिए हैं.
Published at : 15 Apr 2025 10:51 PM (IST)
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