{“_id”:”693d6e7726992bb8ab0c8c8c”,”slug”:”video-sangita-yadav-became-a-shooter-after-a-spinal-injury-2025-12-13″,”type”:”video”,”status”:”publish”,”title_hn”:”नारनौल: स्पाइनल इंजरी के बाद पैर हुए लाचार, तो हाथों से साधा सटीक निशाना”,”category”:{“title”:”City & states”,”title_hn”:”शहर और राज्य”,”slug”:”city-and-states”}}
15 दिसंबर 1984 को गांव डेरोली अहीर में एक किसान परिवार में जन्मी संगीता यादव 18 साल की उम्र में खेलते समय छत से गिर गई थी। इस दौरान स्पाइनल इंजरी के चलते उनके पैर नाकाम हो गए थे। संगीता उस समय 12वीं कक्षा में पढ़ रही थी। लेकिन संगीता ने अपनी इस समस्या को अपनी सफलता के आड़े नहीं आने दिया और लगातार सफलता की सीढि़यां चढ़ती ही चलीं गई।
बैंक में लगी नौकरी:
साल 2006 में संगीता का विवाह राजस्थान के सिमला गांव में हो गया। पति ने व ससुराल के लोगों ने उनका पूरा साथ दिया। इसकी बदौलत साल 2012 में बैंक ऑफ इंडिया में लिपिक के पद पर नौकरी हासिल की। साल 2020 में उनका प्रमोशन ऑफिसर कैडर में हो गया है।
फुटबॉल खेलते देखा:
अपनी स्पाइनल की इंजरी के इलाज के चलते दिल्ली आना जाना होता रहता था। इस दौरान साल 20222 में स्पाइनल सेंटर में लोगों को फुटबॉल खेलते देखा तो मन में खेल भावना ने जन्म लिया। संर्च किया तो कोच सुरेश चौहान का नाम निकल कर आया, जो शूटिंग का प्रशिक्षण देते हैं। बस फिर क्या था संगीता ऑफिस के बाद देर शाम कोच के पास आकर लगातार तीन से चार घंटे शूटिंग का अभ्यास करने लगी।
बॉक्स:
कड़े अभ्यास के बाद जीता पहला कांस्य:
संगीता ने थर्ड जोनल लेवल मऊं में आयोजित प्रतियोगिता में कांस्य, इसके बाद नेशनल टीम प्रतियोगिता में कांस्य, प्री स्टेट प्रतियोगिता में उनकी रेंकिंग वन रही, इसके बाद साल 2023 मे दिल्ली में आयोजित राज्य स्तर प्रतियोगिता में गोल्ड व सिल्वर, 2024 में दिल्ली में हुई एनआरआई के तहत नॉर्थ जॉन प्रतियोगिता में दो कांस्य, और इसके बाद सालद 2025 में नवंबर में आयोजित 13 से 17 नवंबर को देहरादून में आयोजित प्री नेशनल प्रतियोगिता में गोल्ड व 10 दिसंबर को दिल्ली में हुई नेशनल पैरा शूटिंग टीम इवेंट में गोल्ड अपने नाम किया है।
एक ही लक्ष्य:
संगीता का अब एक ही लक्ष्य है कि जी जान से मेहनत कर ओलंपिक में भाग लेकर देश को एक गोल्ड मैडल दिलवाना है। इसके लिए उन्होंने तैयारी शुरू कर दी है और इंडियन टीम के वर्ल्ड कप ट्रायल में क्वालीफाई भी कर लिया है।
[ad_2]
नारनौल: स्पाइनल इंजरी के बाद पैर हुए लाचार, तो हाथों से साधा सटीक निशाना