आरोपी को गिरफ्तार कर ले जाती पुलिस।
महेंद्रगढ़ जिले के नारनौल में जमीन हड़पने के लिए जाट जाति का एक व्यक्ति फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जाति से ब्राह्मण एवं मृतक का पोता बन बैठा। इसका भंडाफोड़ होने पर राजस्थान पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
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मामला कनीना खंड के गांव छिथरोली से जुड़ा है। जबकि गंगानगर कोर्ट के आदेश पर मामला दर्ज होने उपरांत आरोपी की नारनौल के हाउसिंग बोर्ड से गिरफ्तारी हुई है।
नौकरी के लिए गए थे राजस्थान
राजस्थान के जिला श्रीगंगानगर निवासी शिव प्रकाश शर्मा ने अदालत को बताया कि उसके पिता का नाम मोहनलाल, माता का नाम कौशल्या देवी था। उसका मूल ननिहाल पक्ष हरियाणा में था। उसके पूर्वजों की संपत्ति आज भी मौजूद है। उसके नाना महावीर प्रसाद पुत्र रामनवल उर्फ रामदयाल जो कि पूर्व में हरियाणा से आकर सादुलपुर राजस्थान में रहने लग गए थे। जिनकी प्रारम्भिक नौकरी बिजली विभाग आजाद टाकीज श्रीगंगानगर में थी। जिनका देहांत भी श्रीगंगानगर में ही हुआ था। उस समय उसकी उम्र कम थी। उसके नाना महावीर प्रसाद का देहांत 25 मार्च 1979 को हो चुका था। जिसके संबंध में उसके द्वारा अपने नाना का मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने के संबंध में नगर परिषद के कर्मचारियों से संपर्क किया। जिसको लेकर कर्मचारी टाल-मटोल करते रहे।
फर्जी दस्तावेज कराए तैयार
परंतु कुछ दिन बाद पता लगा कि उसके नाना का मृत्यु प्रमाण पत्र नरेंद्र सिंह जाति जाट निवासी गांव छिथरोली महेंद्रगढ़ के द्वारा झूठे दस्तावेज पेश कर स्वयं को पोता बताते हुए अधिकारियों के साथ सांठगांठ कर धोखाधड़ी से 24 अगस्त 2022 को जारी करा लिया। जिसकी सूचना उसको नहीं थी। जबकि नरेंद्र सिंह का मृतक महावीर प्रसाद से कोई संबंध नहीं है। इस संबंध में एक प्रार्थना पत्र कोतवाली श्रीगंगानगर और एक प्रार्थना पत्र जो जवाहर श्रीगंगानगर में दिया था। परंतु कोई सुनवाई नहीं है। इसलिए कोर्ट की शरण लेनी पड़ी है।
इस पर कार्रवाई करते हुए अदालत न्यायिक मजिस्ट्रेट श्रीगंगानगर राजस्थान ने आरोपियों नरेंद्र सिंह निवासी छिथरोली तथा नगर परिषद श्रीगंगानगर के ब्रांच स्टाफ के विरुद्ध विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।