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किसी भी प्रकार की आपदा अथवा युद्ध जैसे चुनौतीपूर्ण हालात में क्विक रिस्पांस सबसे महत्वपूर्ण होता है। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के आने तक जिला प्रशासन की टीम तथा सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स जनहानि को रोकने में अहम भूमिका निभाता है।
ऐसे में हम सभी को हमेशा के लिए ऐसी स्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए। उपायुक्त डॉ. विवेक भारती लघु सचिवालय के मीटिंग हॉल में एनडीआरएफ 7वीं बटालियन भटिंडा की टीम के साथ प्रशासनिक अमले के साथ हुई टेबल टॉप एक्सरसाइज में बोल रहे थे।
उपायुक्त ने कहा कि जल्द ही एनडीआरएफ तथा प्रशासनिक अधिकारियों व सिविल डिफेंस वालंटियर के साथ एक मॉक ड्रिल रिहर्सल कराई जाएगी। इसमें हमारी तैयारियों को परखा जाएगा।
इस मौके पर असिस्टेंट कमांडेंट सरोज रानी ने बताया कि स्थानीय नागरिकों को बेहतर आपदा प्रबंधन सिखाने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल गृह मंत्रालय की टीम 19 से 31 मई तक विभिन्न स्कूल-कॉलेजों तथा गांवों में आपदा से निपटने के लिए लोगों को जागरूक कर रही है। इसी कड़ी में जल्द ही एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ आपात स्थितियों और आपदाओं पर त्वरित एवं कुशल प्रतिक्रिया प्रदान करता है। इस बैठक में महेंद्रगढ़ के एसडीएम अनिल यादव, नांगल चौधरी के एसडीएम मनोज कुमार, कनीना के एसडीएम डॉ. जितेंद्र अहलावत, नारनौल के एसडीएम रमित यादव, नगराधीश मंजीत कुमार, सीएमओ डॉ. अशोक कुमार, जिला राजस्व अधिकारी राकेश कुमार तथा एनडीआरएफ इंस्पेक्टर शिवकुमार के अलावा अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
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नारनौल में एनडीआरएफ की टीम ने जिला प्रशासन के साथ की टेबल टॉप एक्सरसाइज