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फरीदाबाद: सावन का पवित्र व महत्वपूर्ण महीना चल रहा है. सावन के पवित्र महीने में कई बड़े पर्व और त्योहार मनाए जाते हैं. हर साल सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी का पर्व मनाया जाता है. इस अवसर पर भगवान शिव के मंदिरों में खास रौनक भी देखने को मिलती है. नाग पंचमी के दिन नाग देवता की विधि विधान पूर्वक पूजा आराधना की जाती है. साथ ही उन्हें दूध का भोग भी लगाया जाता है. धार्मिक मान्यता के मुताबिक ऐसा कहा जाता है कि ऐसा करने से जातक को नाग देवता का आशीर्वाद प्राप्त होता है और कालसर्प दोष से मुक्ति भी मिलती है.
जानिए तिथि और मुहूर्त
लोकल 18 से बातचीत करते हुए पंडित देवेंद्र ने बताया कि नाग पंचमीहिंदू पंचांग के अनुसार सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि की शुरुआत 9 अगस्त को रात्रि 12:36 पर शुरू होगी. जिसका समापन 10 अगस्त रात्रि 3:14 पर समाप्त होगा. उदय तिथि के मुताबिक नाग पंचमी का पर्व 9 अगस्त को मनाया जाएगा. नाग पंचमी पर पूजा का शुभ मुहूर्त 9 अगस्त को सुबह 5:45 से लेकर 8:27 तक रहेगा. इस दौरान शिव भक्त नाग देवता की पूजा आराधना कर सकते हैं.
जानें पूजन विधि
नाग पंचमी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करना चाहिए. देवी देवताओं का ध्यान करना चाहिए. साफ वस्त्र धारण करना चाहिए. सूर्य देव को जल अर्पित करना चाहिए. घर के मंदिर की साफ सफाई कर गंगाजल का छिड़काव करना चाहिए. इसके बाद एक साफ चौकी पर नाग देवता की तस्वीर स्थापित कर विधि विधान पूर्वक पूजा आराधना करनी चाहिए. नाग देवता को रोली, चंदन, चावल समेत आदि चीजों को अर्पित करना चाहिए. उसके बाद देसी घी का दीपक जलाकर आरती करनी चाहिए. नाग देवता को दूध का भोग लगाना चाहिए. ऐसा करने से कहा जाता है कि जीवन में सुख शांति की प्राप्ति होती है.
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