ख़बर सुनें
जींद। जिले में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए अब स्वास्थ्य विभाग ने नागरिक अस्पताल में आने वाले हर बुखार पीड़ित की कोरोना जांच कराने का निर्णय लिया है। हर मरीज को उपचार से पहले कोरोना जांच के लिए सैंपल देना होगा। नागरिक अस्पताल के सभी चिकित्सकों को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इस संबंध में स्वास्थ्य निदेशालय ने भी पत्र जारी किया है।
नागरिक अस्पताल में पिछले चार महीने से कोरोना जांच के लिए काफी कम सैंपल लिए जा रहे हैं। जिले में रोजाना औसतन 350 लोगों के सैंपल लिए जा रहे हैं। स्वास्थ्य निदेशालय की तरफ से प्रतिदिन कम से कम एक हजार लोगों के सैंपल लेने के निर्देश हैं। इसके बावजूद सैंपलों की संख्या बढ़ नहीं पा रही है। जून के 20 दिनों में 5040 लोगों के सैंपल लिए गए हैं, जबकि 20 हजार लोगों के सैंपल लिए जाने थे। सैंपल की कम संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य निदेशालय ने इसे गंभीरता से लेते हुए सैंपल की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
दरअसल एक सप्ताह में नागरिक अस्पताल के दो चिकित्सक, एक लैब तकनीशियन समेत जिले के 18 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने नागरिक अस्पताल में आने वाले बुखार से पीड़ित, गले में खराश समेत कोरोना से मिलते-जुलते लक्षणों को लेकर कोरोना जांच के आदेश दिए हैं ताकि जल्द कोरोना संक्रमितों का पता लगाकर उनका उपचार शुरू किया जा सके और इन लोगों से दूसरों तक कोराना न पहुंचे।
बॉक्स
कोविड स्टाफ की नहीं हो पाई ज्वाइनिंग
जिले में कोरोना सैंपलों की संख्या कम होने का एक कारण यह भी है कि जो स्टाफ कोरोना के सैंपलों के लिए लगाया गया था, वह स्वास्थ्य विभाग ने 31 मार्च को हटा दिया। इसमें 42 लोग शामिल थे। अब फिर से इनको स्वास्थ्य निदेशालय ने ज्वाइनिंग करवाने के आदेश दिए हैं। इन कर्मचारियों को एक जून से ज्वाइन करवाना था लेकिन अभी तक तकनीकी कारणों से इनकी ज्वाइनिंग नहीं हो पाई है। इस कारण सैंपलों की संख्या कम हो रही है।
वर्जन
अस्पताल में उपचार के लिए आने वाले बुखार, खांसी, गले में खराश व जुकाम पीड़ितों के कोरोना जांच के लिए सैंपल लेने के आदेश स्वास्थ्य निदेशालय से मिले हैं। इसके लिए सभी ओपीडी करने वाले चिकित्सकों को अवगत करा दिया गया है। लोगों को भी इसमें सहयोग करना चाहिए।
जींद। जिले में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए अब स्वास्थ्य विभाग ने नागरिक अस्पताल में आने वाले हर बुखार पीड़ित की कोरोना जांच कराने का निर्णय लिया है। हर मरीज को उपचार से पहले कोरोना जांच के लिए सैंपल देना होगा। नागरिक अस्पताल के सभी चिकित्सकों को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इस संबंध में स्वास्थ्य निदेशालय ने भी पत्र जारी किया है।
नागरिक अस्पताल में पिछले चार महीने से कोरोना जांच के लिए काफी कम सैंपल लिए जा रहे हैं। जिले में रोजाना औसतन 350 लोगों के सैंपल लिए जा रहे हैं। स्वास्थ्य निदेशालय की तरफ से प्रतिदिन कम से कम एक हजार लोगों के सैंपल लेने के निर्देश हैं। इसके बावजूद सैंपलों की संख्या बढ़ नहीं पा रही है। जून के 20 दिनों में 5040 लोगों के सैंपल लिए गए हैं, जबकि 20 हजार लोगों के सैंपल लिए जाने थे। सैंपल की कम संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य निदेशालय ने इसे गंभीरता से लेते हुए सैंपल की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
दरअसल एक सप्ताह में नागरिक अस्पताल के दो चिकित्सक, एक लैब तकनीशियन समेत जिले के 18 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने नागरिक अस्पताल में आने वाले बुखार से पीड़ित, गले में खराश समेत कोरोना से मिलते-जुलते लक्षणों को लेकर कोरोना जांच के आदेश दिए हैं ताकि जल्द कोरोना संक्रमितों का पता लगाकर उनका उपचार शुरू किया जा सके और इन लोगों से दूसरों तक कोराना न पहुंचे।
बॉक्स
कोविड स्टाफ की नहीं हो पाई ज्वाइनिंग
जिले में कोरोना सैंपलों की संख्या कम होने का एक कारण यह भी है कि जो स्टाफ कोरोना के सैंपलों के लिए लगाया गया था, वह स्वास्थ्य विभाग ने 31 मार्च को हटा दिया। इसमें 42 लोग शामिल थे। अब फिर से इनको स्वास्थ्य निदेशालय ने ज्वाइनिंग करवाने के आदेश दिए हैं। इन कर्मचारियों को एक जून से ज्वाइन करवाना था लेकिन अभी तक तकनीकी कारणों से इनकी ज्वाइनिंग नहीं हो पाई है। इस कारण सैंपलों की संख्या कम हो रही है।
वर्जन
अस्पताल में उपचार के लिए आने वाले बुखार, खांसी, गले में खराश व जुकाम पीड़ितों के कोरोना जांच के लिए सैंपल लेने के आदेश स्वास्थ्य निदेशालय से मिले हैं। इसके लिए सभी ओपीडी करने वाले चिकित्सकों को अवगत करा दिया गया है। लोगों को भी इसमें सहयोग करना चाहिए।
.