नशा रोकथाम अभियान: घुकांवाली के ग्रामीण बोले- आखिर सुनवाई क्यों नहीं होती, पुलिस पर साथ नहीं देने का आरोप


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सिरसा में नशे की रोकथाम के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से चलाए जा रहे अभियान पर ही सवालिया निशान लग गया है। बुधवार को गांव घुकांवाली में नशे के विरोध के लिए बनी एक कमेटी ने ही पुलिस पर साथ नहीं देने के आरोप लगा दिए। ग्रामीणों ने कहा कि नशेड़ियों को पुलिस के हवाले करते हैं और अपनी जान को भी मुसीबत में डालते हैं। इसके बावजूद पुलिस कार्रवाई करने की बजाय आरोपियों को ही थाने से बिना कार्रवाई छोड़ देती है। ग्रामीणों ने प्रशासन से ओढां पुलिस के विरुद्ध ही कार्रवाई किए जाने की मांग की है। 

बुधवार को एसपी डॉ. अर्पित जैन से मिलने के लिए ओढां के गांव घुकांवाली के ग्रामीण मिलने के लिए पहुंचे। ग्रामीण बलजीत सिंह, जसकरण सिंह, रविंद्र कुमार ने बताया कि गांव घुकांवाली में सरेआम सप्लायर (चिट्टे) नशे की गलियों में पहुंचकर सप्लाई करते हैं। नशे की रोकथाम के लिए उनकी ओर से कमेटी का गठन किया गया।

नशे को खत्म करने के लिए गांव में पहरा देना शुरू कर दिया। कमेटी के गठन के बाद वह तीन से चार आरोपियों को रंगेहाथ पकड़ पुलिस के हवाले कर चुके हैं, लेकिन सभी आरोपी एक से दो घंटे के बाद ही गांव में वापस पहुंच जाते हैं। वह इस मामले को लेकर ओढां थाने में पहुंचे, तो वहां पर भी उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। पुलिस की कार्यप्रणाली से निराश होकर एसपी से मिलने आए हैं।  

ग्रामीण बोले, ओढां थाना पुलिस नहीं दे रही साथ  
वहीं ग्रामीणों ने कहा कि पुलिस की ओर से ग्रामीणों की सहायता मांगी जाती है। हालांकि ओढां पुलिस की ओर से उनकी कोई भी सहायता नहीं की जा रही। ग्रामीणों ने कहा कि तीन आरोपियों को पुलिस के हवाले करते हुए उनके पास वीडियो तक है, लेकिन फिर भी सप्लायरों पर शिकंजा नहीं कसा जा रहा है। ग्रामीणों ने कहा कि जब वह मामले को लेकर ओढां थाना में पहुंचे, तो वहां पर तैनात कर्मचारियों ने कहा कि चिट्टे के सैंपल मधुबन भेज दिए है, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद वह दोबारा से उक्त आरोपी को काबू कर लेंगे। ग्रामीणों ने कहा कि आरोपी थाने से बाहर आते ही धमकाते हैं। 
 
गांव घुकांवाली के ग्रामीण मामले की शिकायत लेकर आए थे। इसके बाद थाना प्रभारी से बातचीत की गई है। बीते दिन जिस आरोपी को ग्रामीणों ने पकड़वाया था, उससे मारपीट की गई थी और जो सामान उससे बरामद हुआ है वह संदिग्ध है। इसके बाद उसकी जांच के लिए मधुबन लैब में भेजा गया है। ग्रामीण धैर्य का इस्तेमाल करे और किसी से भी मारपीट न करें। – साधूराम, डीएसपी, सिरसा।

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सिरसा में नशे की रोकथाम के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से चलाए जा रहे अभियान पर ही सवालिया निशान लग गया है। बुधवार को गांव घुकांवाली में नशे के विरोध के लिए बनी एक कमेटी ने ही पुलिस पर साथ नहीं देने के आरोप लगा दिए। ग्रामीणों ने कहा कि नशेड़ियों को पुलिस के हवाले करते हैं और अपनी जान को भी मुसीबत में डालते हैं। इसके बावजूद पुलिस कार्रवाई करने की बजाय आरोपियों को ही थाने से बिना कार्रवाई छोड़ देती है। ग्रामीणों ने प्रशासन से ओढां पुलिस के विरुद्ध ही कार्रवाई किए जाने की मांग की है। 

बुधवार को एसपी डॉ. अर्पित जैन से मिलने के लिए ओढां के गांव घुकांवाली के ग्रामीण मिलने के लिए पहुंचे। ग्रामीण बलजीत सिंह, जसकरण सिंह, रविंद्र कुमार ने बताया कि गांव घुकांवाली में सरेआम सप्लायर (चिट्टे) नशे की गलियों में पहुंचकर सप्लाई करते हैं। नशे की रोकथाम के लिए उनकी ओर से कमेटी का गठन किया गया।

नशे को खत्म करने के लिए गांव में पहरा देना शुरू कर दिया। कमेटी के गठन के बाद वह तीन से चार आरोपियों को रंगेहाथ पकड़ पुलिस के हवाले कर चुके हैं, लेकिन सभी आरोपी एक से दो घंटे के बाद ही गांव में वापस पहुंच जाते हैं। वह इस मामले को लेकर ओढां थाने में पहुंचे, तो वहां पर भी उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। पुलिस की कार्यप्रणाली से निराश होकर एसपी से मिलने आए हैं।  

ग्रामीण बोले, ओढां थाना पुलिस नहीं दे रही साथ  

वहीं ग्रामीणों ने कहा कि पुलिस की ओर से ग्रामीणों की सहायता मांगी जाती है। हालांकि ओढां पुलिस की ओर से उनकी कोई भी सहायता नहीं की जा रही। ग्रामीणों ने कहा कि तीन आरोपियों को पुलिस के हवाले करते हुए उनके पास वीडियो तक है, लेकिन फिर भी सप्लायरों पर शिकंजा नहीं कसा जा रहा है। ग्रामीणों ने कहा कि जब वह मामले को लेकर ओढां थाना में पहुंचे, तो वहां पर तैनात कर्मचारियों ने कहा कि चिट्टे के सैंपल मधुबन भेज दिए है, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद वह दोबारा से उक्त आरोपी को काबू कर लेंगे। ग्रामीणों ने कहा कि आरोपी थाने से बाहर आते ही धमकाते हैं। 

 

गांव घुकांवाली के ग्रामीण मामले की शिकायत लेकर आए थे। इसके बाद थाना प्रभारी से बातचीत की गई है। बीते दिन जिस आरोपी को ग्रामीणों ने पकड़वाया था, उससे मारपीट की गई थी और जो सामान उससे बरामद हुआ है वह संदिग्ध है। इसके बाद उसकी जांच के लिए मधुबन लैब में भेजा गया है। ग्रामीण धैर्य का इस्तेमाल करे और किसी से भी मारपीट न करें। – साधूराम, डीएसपी, सिरसा।

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