नई दिल्ली1 घंटे पहले
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कल की बड़ी खबर बाजार से जुड़ी रही। 24 नवंबर से शुरू होने वाले हफ्ते में शेयर बाजार रेंज बाउंड रह सकता है। इस हफ्ते दूसरी तिमाही का GDP डेटा, विदेशी निवेशकों की खरीद-बिक्री से लेकर टेक्निकल फैक्टर्स बाजार की चाल तय करेंगे। पिछले हफ्ते के आखिरी दिन निफ्टी 124 अंक गिरकर बंद हुआ था।
कल की बड़ी खबरों से पहले आज की सुर्खियां, जिन पर रहेगी नजर…
- शेयर बाजार में आज तेजी देखने को मिल सकती है।
- पेट्रोल-डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
अब कल की बड़ी खबरें पढ़ें…
1. निफ्टी ऑलटाइम हाई से 200 अंक दूर: इस हफ्ते 26,277 पार होगा या फिर 25,800 टूटेगा? 5 बड़े ट्रिगर जो तय करेंगे दिशा

24 नवंबर से शुरू होने वाले हफ्ते में शेयर बाजार रेंज बाउंड रह सकता है। इस हफ्ते दूसरी तिमाही का GDP डेटा, विदेशी निवेशकों की खरीद-बिक्री से लेकर टेक्निकल फैक्टर्स बाजार की चाल तय करेंगे। पिछले हफ्ते के आखिरी दिन निफ्टी 124 अंक गिरकर बंद हुआ था।
निफ्टी अपने ऑलटाइम हाई से करीब 200 अंक दूर है। वहीं सेंसेक्स भी करीब 750 अंक दूर है। ऐसे में आपके मन में भी सवाल होगा कि क्या बाजार इस हफ्ते लाइफ हाई पर पहुंचेगा?
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2. ब्लूचिप फंड्स ने 1 साल में दिया 17% का रिटर्न:बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच इसमें निवेश कम रिस्की, जानें इससे जुड़ी जरूरी बातें

बीते करीब एक साल में शेयर बाजार में काफी उतार-चढ़ाव रहा है। बाजार के नीचे जाने से कई निवेशकों का पोर्टफोलियो नेगेटिव में चला गया है। हालांकि, इसी बीच ब्लूचिप फंड्स ने 17% तक का रिटर्न दिया है। इसमें निवेश भी बाजार की तुलना में कम रिस्की है।
इन स्कीम्स में निवेशकों से जुटाई गई राशि का कम से कम 80% टॉप 100 कंपनियों जैसे रिलायंस, HDFC बैंक, TCS, इंफोसिस में निवेश किया जाता है। माना जाता कि इनके शेयरों में उतार चढ़ाव कम होता है, जिससे नुकसान की संभावना कम ही रहती है।
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3. नए लेबर कोड से टेक-होम सैलरी कम हो सकती है: बेसिक पे अब CTC का कम से कम 50% होना जरूरी, PF-ग्रेच्युटी कंट्रीब्यूशन बढ़ेगा; जानें डिटेल्स

केंद्र सरकार ने 29 पुराने लेबर लॉज को चार नए कोड्स में मिला दिया है। ये कोड- वेजेज, इंडस्ट्रियल रिलेशंस, सोशल सिक्योरिटी और सेफ्टी-हेल्थ पर हैं। 21 नवंबर 2025 से वेज कोड लागू हो गया है। जिसके तहत कंपनियों को अब सैलरी स्ट्रक्चर बदलना पड़ेगा, जिसमें बेसिक सैलरी टोटल CTC का कम से कम 50% होनी जरूरी है।
इससे प्रॉविडेंट फंड और ग्रेच्युटी के कंट्रीब्यूशन बढ़ेंगे, लेकिन टेक-होम सैलरी कम हो सकती है। एक्सपर्ट्स कहते हैं कि ये चेंजेस कर्मचारियों को लॉन्ग-टर्म बेनिफिट्स तो देंगे, लेकिन शॉर्ट-टर्म में जेब पर बोझ बढ़ा सकते हैं।
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4. PM मोदी बोले- आतंकवाद में AI का इस्तेमाल प्रतिबंधित हो: G20 समिट में कहा- टेक्नोलॉजी फाइनेंस-सेंट्रिक नहीं, ह्यूमन-सेंट्रिक होनी चाहिए

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को जोहान्सबर्ग में हुए G20 समिट के तीसरे सत्र में कहा कि दुनिया को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के दुरुपयोग को रोकने के लिए एक ग्लोबल कॉम्पैक्ट तैयार करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि AI सहित सभी महत्वपूर्ण तकनीकों को मानव-केंद्रित होना चाहिए और उनका उपयोग वैश्विक भलाई के लिए होना चाहिए। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी ह्यूमन सेंट्रिक होनी चाहिए, फाइनेंस सेंट्रिक नहीं।
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कल दुनिया के टॉप-10 सबसे अमीर कौन रहे यह भी देख लीजिए…

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Source: https://www.bhaskar.com/business/news/new-labor-code-may-reduce-in-hand-salary-136494057.html

