फरीदाबाद: बल्लभगढ़ में लगातार हो रही बरसात ने लोगों की जेब पर असर डालना शुरू कर दिया है. सबसे ज्यादा असर सब्जियों की कीमतों पर पड़ा है. एक ओर जहां मंडी में घुटनों तक पानी भरा हुआ हैं, तो वहीं दूसरी ओर बाहर से आने वाली सब्जियों की सप्लाई भी ठप हो गई है. मंडी की हालत यह है कि वहां रेहड़ी-पटरी वालों के लिए दुकान लगाना भी मुश्किल हो गया है, जिस कारण ज्यादातर विक्रेता अब हाईवे किनारे दुकानें लगाकर सब्जियां बेचने को मजबूर हैं.
पानी भरने से माल आना हो गया बंद
Local18 से बातचीत में थोक विक्रेता सन्नी ने बताया कि बरसात से पहले जो सौदा 500 रुपये में आता था अब वही 800 रुपये में मिल रहा है. खुले में टमाटर 50 से 60 रुपये किलो बिक रहा है, जबकि बरसात से पहले यही टमाटर 20 रुपये किलो में बिकता था. मंडी में पानी भरने के कारण बाहर से माल आना बंद हो गया है जिससे कीमतें दोगुनी हो गई हैं.
मंडी में नहीं आ रहे हैं ग्राहक
खुदरा सब्जी विक्रेता पंकज कुमार ने बताया कि पिछले 13-14 साल से वह सब्जी बेच रहे हैं लेकिन ऐसी स्थिति पहले कभी नहीं देखी. उन्होंने कहा कि मंडी में पानी भरा होने से ग्राहक आ नहीं रहे. टमाटर 50 रुपये किलो बिक रहा है, अदरक 30 रुपये पाव हो गई है जो पहले 20 रुपये पाव मिलती थी. दुकानदार साजन कुमार ने कहा कि वह आलू बेचते हैं लेकिन कोई ग्राहक नहीं आ रहा. 900 रुपये में बोरी खरीदी थी, लेकिन सुबह से एक भी किलो आलू नहीं बिका. ग्राहक तो 100 रुपये में 6 किलो लेने को भी तैयार नहीं हैं.
हरी सब्जियों के दाम में इजाफा
वहीं हरी सब्जी बेचने वाले नीरज कुमार ने बताया कि मंडी में पानी भरा हुआ है, इसलिए सभी विक्रेताओं ने हाईवे किनारे दुकानें लगा ली हैं. उन्होंने बताया कि तोरी 10 दिन पहले 30 रुपये किलो थी अब 40 रुपये किलो बिक रही है. तिलक राम ने कहा कि प्याज में भी 2 रुपये किलो का इजाफा हुआ है और अब यह 20 रुपये किलो बिक रही है. पीयूष कुमार ने बताया कि घीया 30 परवल 50 और भिंडी 40 रुपये किलो बिक रही है और ग्राहक भी बहुत कम आ रहे हैं.
ग्राहक खेमचंद्र और अजीत कुमार ने बताया कि सब्जियां बहुत महंगी हो गई हैं. पहले जो सब्जियां 20 रुपये किलो मिलती थीं अब 30 से 60 रुपये किलो बिक रही हैं. वहीं किराना व्यापारी राहुल सिंगला ने बताया कि जब भी बारिश होती है मंडी में घुटनों तक पानी भर जाता है जिससे ग्राहकों का आना बंद हो जाता है. कई बार तो मंडी से निकलना भी मुश्किल हो जाता है.