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Pahlgam Attack Protest: हरियाणा के करनाल के विनय नरवाल की आतंकी हमले में मौत के बाद पूरे प्रदेश में गमगीन माहौल है. लोगों का गुस्सा भी हमले के विरोध में फूटा है.
विनय नरवाल के अंतिम संस्कार के बाद सीएम नायब सैनी से बात करती उनकी बहन.
हाइलाइट्स
- विनय नरवाल अपने माता पिता के इकलौते बेटे थे.
- तीन साल पहले विनय भारतीय नौसेना में भर्ती हुए थे.
- विनय के पिता हरियाणा सरकार में नौकरी करते हैं.
करनाल. पहलगाम में आतंकी हमले में मारे गए हरियाणा के विनय नरवाल को उनकी बहन दृष्टि ने मुखाग्नि दी. इस दौरान बहन ने रोते रोते सीएम नायब सिंह से भी बातचीत की. इससे पहले बहन ने अपने भाई की सारी अंतिम क्रियाएं पूरी की और फिर उनकी चिता को आग दी. इस वाक्या से सारा माहौल गमगीन हो गया. दृष्टि की आंखों में जहां आंसू निकल रहे थे तो वहीं, दिल में बेहद गुस्सा भी था.
दरअसल, लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की मौत के बाद उनके पिता और बहन दृष्टि ही उनका शव लाने के लिए कश्मीर गए थे. इस दौरान बुधवार को शव दिल्ली और फिर वहां से घर लाया गया. श्मशानघाट में बहन दृष्टि ने ही भाई की अंतिम क्रियाएं की और उनकी चिता को मुखाग्नि दी.
इसके बाद जब सीएम नायब सिंह सैनी मौके पर पहुंचे तो दृष्टि ने उनसे रोते रोते गुस्से में कहा कि उनका भाई डेढ़ घंटे तक जिंदा था और वह कोई पुलिस और आर्मी मदद के लिए नहीं थी. दृष्टि ने कहा कि मेरे भाई को मारने वाले वाले मुर्दा चाहिए. इस पर सीएम ने कहा कि उन्हें भी मारेंगे. इस दौरान दृष्टि को कुछ लोग भी संभालते नजर आए. बहन के आंसूओं को देखकर हर कोई स्तब्ध और चुपचाप नजर आया. गौरतलब है कि विनय नरवाल अपने परिवार का इकलौता बेटा था. विनय के पिता टैक्स डिपार्टमैंट में नौकरी करते हैं. विनय की शादी गुरुग्राम की हिमांशी से 16 अप्रैल को हुई थी. हिमांशी पीएडी कर रही हैं. हालांकि, शादी के छह दिन बाद ही उनकी मांग सूनी हो गई.
मेरा भाई डेढ़ घंटे तक जिंदा था….पहलगाम हमले में मारे गए विनय नरवाल की की बहन.#PahalgamTerroristAttack #VinayNarwal pic.twitter.com/3qHyIZLkrZ
— Vinod Katwal (@Katwal_Vinod) April 24, 2025
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