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UER 2 Opening- राजधानी में कूड़े से बनी रोड का उद्घाटन होने वाला है. यह रोड राजधानी दिल्ली के करीब तीन माह के कूड़े से बनी है, जिसका उद्घाटन रविवार को होगा

दिल्ली के लोगों को कम समय में अर्बन एक्सटेंशन रोड 2 ( यूईआर 2, उत्तरी दिल्ली के अलीपुर से महिपालपुर तक) का निर्माण किया गया है. ये रोड एक्सप्रेसवे जैसी है, जिससे बहुत ही कम समय में एयरपोर्ट पहुंचा जा सकेगा. इस रोड के निर्माण में करीब 10 लाख मिट्रिक टन कचड़े का इस्तेमाल किया गया है. यह जानकारी पूर्व में स्वयं सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी दे चुके हैं.
दिल्ली की तीनों बड़े लैंडफिल साइट गाजीपुर, ओखला और भलस्वां में प्रतिदिन 10 हज़ार मीट्रिक टन तक कूड़ा फेंका जाता है. चूंकि रोड में 10 लाख मिट्रिक टन कूड़े का इस्तेमाल हुआ है, इस तरह करीब तीन माह का कूड़ा इस सड़क निर्माण में इस्तेमाल हुआ है.
यूईआर-2 शुरुआत दिल्ली के अलीपुर में दिल्ली-चंडीगढ़ राजमार्ग से होगी, फिर मुंडका, बक्करवाला, नजफगढ़, द्वारका से गुजरते हुए यह महिपालपुर के पास दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर खत्म होता है. इससे एयरपोर्ट जाना भी आसान होगा.
रोड अलीपुर के बांकोली गांव से शुरू होकर बवाना औद्योगिक क्षेत्र, रोहिणी, मुंडका, बक्करवाला, नजफगढ़ और द्वारका के जरिए से एनएच -2 से होकर गुजरेगा. दिल्ली के बवाना औद्योगिक क्षेत्र से इसकी पहली चार लेन शुरू होगी और यह हरियाणा के सोनीपत के गांव बड़वासणी में एनएच-352 ए तक जाएगी. इसके बाद वाली छह लेन बक्करवाला से शुरू होकर हरियाणा के बहादुरगढ़ बाईपास के पास एनएच-10 तक जाएगी.
बिटूमिन के साथ प्लास्टिक के इस्तेमाल से बनी सड़कों पर सर्दियों में पर दरार नहीं आती है. वहीं गर्मियों में बिटूमिन पिघलता नहीं है. सामान्य सड़कों के मुकाबले प्लास्टिक इस्तेमाल कर बनाई जाने वाली सड़क अधिक मजबूत होती है और ज्यादा समय चलती है. जल भराव के प्रति रजिस्टेंस बढ़ता है. भार सहने की क्षमता अधिक रहती है. इस तरह की सड़क के रखरखाव में खर्च कम आता है.
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