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दादी-नानी की रसोई से सीखा हुनर, इस महिला ने शुरू किया बिजनेस; अब अचार से कमा रही लाखों Haryana News & Updates

दादी-नानी की रसोई से सीखा हुनर, इस महिला ने शुरू किया बिजनेस; अब अचार से कमा रही लाखों Haryana News & Updates

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Ambala News: लोकल 18 से बातचीत में अलका बताती है कि उनका शुरू से ही अपना व्यवसाय खोलने का मन था और कोरोना काल में उन्होंने नई वैरायटी के आचार बनाने शुरू किए. उन्होंने बताया कि बचपन से वह अपनी दादी-नानी के साथ अ…और पढ़ें

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इस तरह से आचार बनाने पर खूब होता है लाजवाब 

अंबालाः कोरोना काल एक ऐसा समय था जब कई लोगों ने अपनी नौकरियां गंवा दीं और कई लोग अपनी जीवन की उम्मीदें खो बैठे. इस दौरान कुछ लोग अपने घरों में बेकार बैठे थे और अधिकांश के लिए समय बिताना मुश्किल हो गया था. उसी समय में अंबाला की रहने वाली अलका ने इस मौके का सही उपयोग किया और अचार बनाने का काम शुरू किया. अलका देवी को बचपन से आचार बनाने का शौक था और वह अपनी दादी-नानी के साथ मिलकर तरह-तरह के आचार बनाती थीं.

कोरोना काल में पहली बार अलका देवी ने देसी तरीके से अचार बनाया और उसे छोटी-छोटी पॉलिथीन में डालकर गली की सभी महिलाओं को बांट दिया. लोगों को उनका आचार इतना पसंद आया कि आज के समय में वे उनसे घर पर ही आचार खरीदकर ले जाते है. अब, अलका देवी अचार के साथ-साथ कई नई वैरायटी के पापड़ भी बनाती है, जिनकी काफी ज्यादा डिमांड हो चुकी है.

लोकल 18 से बातचीत में अलका बताती है कि उनका शुरू से ही अपना व्यवसाय खोलने का मन था और कोरोना काल में उन्होंने नई वैरायटी के आचार बनाने शुरू किए. उन्होंने बताया कि बचपन से वह अपनी दादी-नानी के साथ अचार बनाती थी. लेकिन शादी के बाद कोरोना काल में उन्होंने इसे व्यवसाय में बदल दिया. मोहल्ले की महिलाओं से बातचीत में उन्हें आचार बनाने का काम शुरू करने के लिए प्रोत्साहन मिला.

अलका देवी के पति आर्मी से रिटायर्ड है और जब वे नौकरी करते थे तो उन्हें अलग-अलग राज्यों में जाकर रहने का मौका मिला. जैसे बंगाल, उड़ीसा आदि, जहां से उन्होंने नए-नए अचार बनाने के तरीके सीखे. अलका देवी बताती है कि उनके परिवार ने हमेशा उनका साथ दिया है और अब लगभग 15 प्रकार के अचार लोग उनके घर से खरीदकर ले जाते है. जिससे उन्हें अच्छा मुनाफा होता है.

उन्होंने अन्य महिलाओं को संदेश दिया कि वे भी घर पर रहकर कोई छोटा व्यवसाय शुरू कर सकती है और आत्मनिर्भर बन सकती है. अलका देवी ने बताया कि उनका आचार पूरी तरह से घर का बना और शुद्ध होता है, जिसमें मसाले वे खुद तैयार करती है.

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दादी-नानी की रसोई से सीखा हुनर, अब अचार के बिजनेस से लाखों कमा रही अलका

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