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गांव कुंडल में भगवान शिव का करीब तीन सदी पुराना मंदिर है। वर्ष में दो बार यहां भीड़ जुटती है। हर साल सुबह से शाम तक दंगल व मेले का आयोजन किया जाता है। दंगल में जिले के साथ ही आसपास के जिलों से भी पहलवान पहुंचते हैं। गांव के सोहटी धाम स्थित अखाड़ा के संचालक राकेश राणा भी अपने बेटे अमृत को लेकर दंगल में पहुंचे हुए थे। अमृत दंगल लड़ रहा था। इसी बीच हमलावरों ने गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। राकेश की हत्या के बाद गांव में दहशत फैल गई।
प्लॉट को लेकर छह माह पहले से चल रहा विवाद
खरखौदा में औद्योगिक मॉडल टाउनशिप आने के बाद से जमीन के भाव आसमान छू रहे हैं। इससे प्रॉपर्टी विवाद और खरखौदा क्षेत्र में अपराध भी बढ़ा है। परिजनों ने बताया कि प्लॉट को लेकर छह माह से राकेश और दूसरे पक्ष में झगड़ा चला आ रहा था। कई बार विवाद हुआ। पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज किया, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। इससे आरोपियों के हौसले बुलंद थे और उन्होंने वारदात को अंजाम दे दिया।
अखाड़े के साथ बनवासा में स्कूल व अकादमी चलाते थे
राकेश राणा युवाओं को कुश्ती में तराशने के लिए लगातार पहल करते थे। वह गांव के सोहटी धाम स्थित अखाड़े के संचालक थे। इसमें वह युवाओं को कुश्ती के गुर सिखाते थे। वहीं वह गांव बनवासा में स्कूल भी चलाते थे। उनके स्कूल में कुश्ती व कबड्डी की अकादमी है। वह युवाओं को खेलों के प्रति जागरूक कर उन्हें आगे ले जाने में मदद करते थे।
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