रेसलर विनेश फोगाट के फोगाट के स्वागत के दौरान बजरंग पूनिया तिरंगा के स्टीकर पर चढ़ गए थे।
हरियाणा के रेसलर बजरंग पूनिया ने राष्ट्रीय ध्वज पर पैर रखने के विवाद पर चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा है कि यह गलती उनसे अनजाने में हुई है। उन्होंने कहा, ‘मैंने हमेशा देश की शान बढ़ाने की कोशिश की है। मेरी ये ट्रोलिंग सही नहीं।’
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दरअसल, शनिवार को पेरिस से भारत लौटीं विनेश फोगाट के वेलकम प्रोग्राम में रेसलर बजरंग पूनिया विवादों में आ गए थे। विनेश के स्वागत के लिए लाई गई जी-वैगन कार के बोनट पर तिरंगे के पोस्टर लगे थे। इस दौरान बजरंग कार के बोनट पर चढ़ गए। उनके पैर के नीचे तिरंगे का पोस्टर आ गया।
उनके इस कारनामे का वीडियो सामने आते ही बजरंग ट्रोल होने लगे। सोशल मीडिया यूजर्स ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर यूजर सुधीर मिश्रा ने लिखा था, ‘तिरंगे पर पैर रखे खड़ा है, लेकिन कोई कुछ नहीं कहेगा… यह तिरंगा से भी बड़ा है, क्योंकि ये खिलाड़ी रहा है। बजरंग को नेता बनने की कितनी जल्दी है? इस व्यक्ति को तिरंगा भी नहीं दिखता।’
बजरंग पूनिया को लेकर की गई पोस्टें पढ़ें…
यूजर द हॉक आई ने लिखा- बजरंग पूनिया तिरंगे के पोस्टर पर खड़े हैं। दीपेंद्र हुड्डा ने उन्हें रोका तक नहीं।
यूजर वैभव भोला ने लिखा- देश की शान तिरंगे पर पैर रख खड़े हैं बजरंग पूनिया। अब क्या ही बोलें इस पहलवान को।
यूजर आदित्य ने लिखा- पहले पद्मश्री का अपमान किया और अब देश के तिरंगे पर खड़े हैं। बजरंग पूनिया थोड़ी शर्म आनी चाहिए।
यूजर प्रिया सिंह ने लिखा- तिरंगे का अपमान करने पर बजरंग पूनिया को शर्म आनी चाहिए।
यूजर आशीष पांडे ने लिखा- ये हैं बजरंग पूनिया। ऐसा भी क्या स्वागत करो कि तिरंगे का अपमान कर दो।
बृजभूषण सिंह के खिलाफ आंदोलन की अगुआई की थी
भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह पर महिला रेसलर्स ने यौन शोषण के आरोप लगाए थे। इसे लेकर बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक की अगुआई में आंदोलन हुआ। पहलवानों ने पहले जंतर-मंतर पर धरना दिया। फिर सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाने के बाद दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण पर केस दर्ज किया। इस मामले की कोर्ट में सुनवाई चल रही है।
WFI चुनाव को लेकर लौटाया था पद्मश्री अवॉर्ड
WFI के चुनाव में बृजभूषण के करीबी संजय सिंह अध्यक्ष चुने गए। इसके बाद बजरंग पूनिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक चिट्ठी लिखकर पद्मश्री अवॉर्ड लौटाने का ऐलान किया। इस चिट्ठी में बजरंग ने WFI के अध्यक्ष के पद पर बृजभूषण के करीबी संजय सिंह की जीत का विरोध जताया।
साक्षी मलिक ने भी कुश्ती से संन्यास ले लिया। प्रधानमंत्री आवास में एंट्री न मिलने पर बजरंग ने अपना अवॉर्ड सामने फुटपाथ पर रख दिया।
बजरंग पूनिया जब अवॉर्ड लौटाने पीएम आवास पर पहुंचे तो वहां मौजूद पुलिस ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया था।
बजरंग ने बिना ट्रायल दिए खेला था एशियन गेम्स
बजरंग पूनिया को पिछले साल चीन के हांगझोउ एशियन गेम्स के सेमीफाइनल मैच में हार मिली थी। इतना ही नहीं, ब्रॉन्ज मेडल मैच में भी बजरंग को जापानी पहलवान के. यामागुची ने 10-0 से हरा दिया था।
उनकी हार के बाद सोशल मीडिया पर कई लोग भड़क उठे थे, क्योंकि एशियन गेम्स में भाग लेने से पहले उन्होंने किसी प्रतिस्पर्धी मुकाबले में हिस्सा नहीं लिया था। उन्हें ट्रायल के बिना इन खेलों के लिए भारतीय दल में शामिल करने की भी आलोचना हुई थी।