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Firstcry Report: बच्चे की किलकारी सुनते ही मां-बाप पहले तोहफे के लिए जिन ब्रांड के शोरूम की ओर दौड़ते हैं, उनमें एक नाम फर्स्टक्राई भी है. बच्चों के लगभग 10 साल की उम्र के होने तक यह सिलसिला चलता रहता है. मन बहलाने के लिए चाहे खिलौने हो या पढ़ने-लिखने व सीखने का सामान हो, सभी के लिए एक ठिकाना फर्स्टक्राई ही होता है. लेकिन अरसे से फर्स्टक्राई में घाटे की खाई चौड़ी हो गई थी.
इस बीच मां-बाप ने तोहफों की खरीदारी इस ब्रांड के शोरूम में इतनी बढ़ाई कि बच्चों की किलकारी से फर्स्टक्राई के घाटे की चीख कम होने लगी है. फर्स्टक्राई चलाने वाली पुणे बेस्ड कंपनी ब्रेनबीज के दिसंबर तिमाही की रिजल्ट से इसका पता चलता है. आठ फरवरी को जारी इसकी रिपोर्ट से पता चलता है कि इसके घाटे में 69.6 फीसदी की कमी आ गई है. दिसंबर तक की तिमाही में ब्रेनबीज कंपनी को 14.8 करोड़ का घाटा हुआ है. जो पिछले साल इसी दौरान 48.4 करोड था.
14.3 फीसदी बढ़ गई ब्रेनबीज की कमाई
दिसंबर तक की तिमाही में ब्रेनबीज की कमाई भी 14.3 फीसदी बढ़ गई है. इस अवधि में ब्रेनबीज सॉल्यूशंस की कमाई 2712 करोड़ 30 लाख रुपये रही, जो पिछले साल इसी दौरान 1900 करोड़ रुपये थी. इस बीच इस कंपनी के प्लेटफॉर्म पर यूजर की संख्या भी काफी बढ़ी है.
चार सालों में सबसे कम घाटे वाली तिमाही
ब्रेनबीज सॉल्यूशंस की ओर से स्टॉक एक्सचेंज को फाइल किए गए प्रेजेंटेशन में कहा गया है कि दिसबंर तक की तिमाही पिछले चार साल में सबसे कम घाटे वाली तिमाही रही है. यह कंपनी के पूरे कारोबार और मल्टी चैनल बिजनेस दोनों के बारे में सही है. ब्रेनबीज सॉल्यूशंस की ओर से डिजिटल एज प्राइवेट लिमिटेड में भी हिस्सेदारी बढ़ाई गई है. यह ब्रेनबीज की सब्सिडियरी कंपनी है. इसके लिए ब्रेनबीज ने लगभग 300 करोड़ रुपये निवेश किए हैं. स्टॉक एक्सचेंज में की गई रेगुलेटरी फाइलिंग में ऐसा कहा गया है. यह निवेश कई चरणों में किया गया है.
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