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- Derek O’Brien’s Column These Points Will Be Monitored In The Budget Session Starting Today
डेरेक ओ ब्रायन लेखक सांसद और राज्यसभा में टीएमसी के नेता हैं
बजट सत्र आज से शुरू हो रहा है। अगले कुछ दिनों में दो प्रमुख महिलाओं के भाषण समाचारों में छाए रहेंगे। सबसे पहले, राष्ट्रपति लोकसभा और राज्यसभा के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगी। उसके अगले दिन, वित्तमंत्री अपना बजट भाषण पढ़ेंगी।
प्रमुख महिलाओं की बात छिड़ी है तो बता दें कि टीडीपी में 6% महिला सांसद हैं, भाजपा में 13%, कांग्रेस, डीएमके और सपा में 14%, लेकिन टीएमसी में 39% महिला सांसद हैं। संसद के इस आगामी सत्र से क्या उम्मीद करनी चाहिए और क्या नहीं, इस पर कुछ नोट्स यहां दिए जा रहे हैं।
कोल्डप्ले और कुंभ : सांसदों के लिए दो नए कैफेटेरिया में क्या इस पर चर्चा की जाएगी कि उनके कितने साथियों ने कोल्डप्ले का कॉन्सर्ट देखा? या क्या कोल्डप्ले की चर्चा कुंभ से हार जाएगी? तीर्थयात्रियों की मौतों और राजनेताओं द्वारा एक पवित्र स्नान को फोटो खिंचवाने के अवसर में बदलने की होड़ से?
मछली पर प्रतिबंध : जो सांसद बैन लगाने के विचार के खिलाफ हैं, वे भी संसद के कैंटीन में परोसी जाने वाली बासा मछली पर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं। यह एक प्रकार की कैटफिश है, जो दूषित पानी से भी पोषक तत्वों को अवशोषित कर लेती है। इससे उसके शरीर में विषाक्त पदार्थों की मात्रा बहुत बढ़ जाती है। लेकिन इससे कहीं महत्वपूर्ण मुद्दे हमारे सामने हैं!
लोकसभा में राज्यसभा सांसद : लोकसभा सांसदों को कभी राज्यसभा में बैठने की अनुमति नहीं होती, लेकिन इसका विपरीत जरूर होता है। अब जब सेंट्रल हॉल का उपयोग संयुक्त बैठकों के लिए नहीं किया जा रहा है, तो संसद का संयुक्त सत्र लोकसभा में होता है।
राष्ट्रपति का अभिभाषण : जैसी कि परंपरा है, राष्ट्रपति का अभिभाषण केंद्र सरकार द्वारा लिखा जाता है। लेकिन राजनीतिक पर्यवेक्षक इस बात पर नजर रखेंगे कि अभिभाषण में निम्नलिखित शब्दों का कितनी बार उल्लेख किया जाता है : महंगाई, बेरोजगारी, गिरता रुपया, धन से वंचित राज्य और मणिपुर।
उपसभापति कहां हैं : भले ही 17वीं लोकसभा (2019-24) में भाजपा के पास पर्याप्त बहुमत था, लेकिन सदन में कभी उपसभापति नहीं रहे। 18वीं लोकसभा में भी कुछ नहीं बदला है। अभी तक उपसभापति की नियुक्ति के कोई संकेत नहीं हैं। और मैं शर्त लगा सकता हूं कि आगामी सत्र के दौरान भी इस महत्वपूर्ण संवैधानिक पद को नहीं भरा जाएगा।
कौन सबसे ज्यादा बोलेगा : संसद के पिछले सत्र में राज्यसभा के सभापति ने साढ़े चार घंटे से ज्यादा समय तक बात की थी। यह सदन के समय का लगभग 30% था। क्या इस बार यह रिकॉर्ड टूटेगा? महाभियोग : इतिहास में पहली बार राज्यसभा सभापति- जो उपराष्ट्रपति भी हैं- के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पेश किया गया। तकनीकी अनियमितता के आधार पर प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया। क्या विपक्ष नया प्रस्ताव पेश करेगा? इंतजार करें और देखें।
विधेयकों की जांच : 15वीं लोकसभा में 10 में से सात विधेयक संसदीय समितियों को जांच के लिए भेजे गए थे। 17वीं लोकसभा में यह संख्या 10 में से केवल दो रह गई। 18वीं लोकसभा में इसमें सुधार होगा? सार्वजनिक महत्व के मामले : सांसदों को सार्वजनिक महत्व के अत्यावश्यक मामलों पर मंत्री का ध्यान आकर्षित करने का अधिकार है, जिसके बाद मंत्री एक संक्षिप्त बयान देते हैं और सदस्य स्पष्टीकरण मांगते हैं।
सांसद औपचारिक प्रस्ताव या मतदान के बिना अल्पकालिक चर्चा करके भी ऐसे मामलों पर सरकार का ध्यान आकर्षित कर सकते हैं। पिछले सत्र में संसद के किसी भी सदन में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव अल्पकालिक चर्चा की अनुमति नहीं थी।
वक्फ बिल : कुछ राजनीतिक पंडितों का मानना था कि सरकार दिल्ली चुनाव से पहले वक्फ संशोधन बिल को पास करवा लेगी। ऐसा नहीं हो सकेगा। राज्यसभा ने अधिसूचित किया है कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के लिए 3, 4 और 6 फरवरी (दिल्ली चुनाव के कारण 5 फरवरी को सदन की बैठक नहीं होगी) की तारीखें आवंटित की गई हैं।
विशेष आमंत्रण : संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा को एक कम महत्वपूर्ण स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया है। इस पर मेरे एक सहकर्मी ने मजाकिया लहजे में सुझाया कि स्वामी प्रदीप्तानंद- जिन्हें हाल ही में पद्मश्री दिया गया है- को उस स्थान पर आमंत्रित किया जा सकता है, जहां कभी महात्मा की प्रतिमा खड़ी थी। कारण? क्योंकि वे वही व्यक्ति हैं जिन्होंने कहा था यह भारत का दुर्भाग्य है जो मोहनदास गांधी को राष्ट्रपिता माना जाता है!
राष्ट्रपति का अभिभाषण केंद्र सरकार द्वारा लिखा जाता है। इस बात पर नजर रहेगी कि अभिभाषण में निम्नलिखित शब्दों का कितनी बार उल्लेख किया जाता है : महंगाई, बेरोजगारी, गिरता रुपया, धन से वंचित राज्य और मणिपुर। (ये लेखक के अपने विचार हैं। इस लेख के सहायक शोधकर्ता आयुष्मान डे हैं)
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डेरेक ओ ब्रायन का कॉलम: आज से शुरू हो रहे बजट सत्र में इन बिंदुओं पर रहेगी नजर